(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mohali Blast: मोहाली में हमले को लेकर कई संदिग्धों से हुई पूछताछ, रॉकेट लॉन्चर भी किया गया बरामद
Mohali Blast: पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. साथ ही पुलिस ने आरपीजी लॉन्चर को बरामद कर लिया है.
Mohali RPG Blast: पंजाब के मोहाली में हुए रॉकेट अटैक मामले की जांच जारी है. पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रही है और अब इसे लेकर जानकारी भी दी गई है. जिसमें बताया गया है कि, मोहाली में इंटेलिजेंस ऑफिस पर हुए हमले को लेकर कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही जिससे ये रॉकेट दागा गया था वो लॉन्चर भी बरामद कर लिया गया है.
पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. साथ ही पुलिस ने आरपीजी लॉन्चर को बरामद कर लिया है. इस मामले को लेकर बाकी संदिग्धों को पकड़कर उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस को उम्मीद है जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.
पंजाब सरकार पर हमलावर विपक्षी दल
मोहाली में पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई के मुख्यालय में धमाके की घटना की विपक्षी दलों ने निंदा की और मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वे उचित तरीके से अपनी प्राथमिकताएं तय करें और राज्य के समक्ष पेश आने वाली गंभीर चुनौतियों पर ध्यान दें.
विस्फोट की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष राजा वडिंग ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे राज्य के समक्ष पेश आने वाली गंभीर चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करें. कांग्रेस नेता ने एक बयान में कहा, 'आम आदमी पार्टी सरकार की अनुभवहीनता और गलत प्राथमिकताओं का आतंकवादी फायदा उठा रहे हैं.'
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया आईएसआई का जिक्र
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दोहराया कि पंजाब लगातार उन ताकतों के निशाने पर है जोकि देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं. उन्होंने इससे निपटने के लिए एकीकृत, समन्वित और मजबूत प्रयास करने का आह्वान किया. सिंह ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मंसूबों को लेकर भी चेताया और कहा कि इसने पंजाब के संबंध में अपनी मंशा को कभी नहीं छोड़ा है और ये किसी भी अवसर को भुनाने का प्रयास करेगा.
मोहाली में सेक्टर 77 स्थित पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे बिल्डिंग की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे. इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की ‘काउंटर इंटेलिजेंस विंग’, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के दफ्तर हैं.
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