Mohammad Akbar Lone Affidavit: पाकिस्तान समर्थक नारा लगाने के मामले में नेशनल कांफ्रेंस (NC) के सांसद मोहम्मद अकबर लोन ने सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (5 सितंबर) को हलफनामा दाखिल किया. इसमें उन्होंने बताया कि मैंने हिंदुस्तान की अखंडता बनाए रखने की शपथ ली है.


एफिडेविट में उन्होंने कहा "मैं भारत का एक ज़िम्मेदार नागरिक हूं. सांसद के रूप में ली गई शपथ को दोहराता हूं. मैंने भारत के संविधान को बनाए रखने और भारत की अखंडता को बनाए रखने की शपथ ली है.'' 


दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (4 सितंबर) को लोन से भारत के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हुए और देश की संप्रभुता को बिना शर्त स्वीकार करते हुए एक हलफनामा दाखिल करने को कहा था. 


मामाल क्या है?
लोन ने 2018 में जम्मू कश्मीर विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly) में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ (Pakistan) का नारा लगाए जाने के बाद विवाद पैदा हो गया था. लोन, पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के फैसले को चुनौती देने वाले प्रमुख याचिकाकर्ता हैं. 


केंद्र ने क्या कहा था?
केंद्र की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (Tushar Mehta) ने कोर्ट में कहा था कि केंद्र सरकार चाहती है कि लोन 2018 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के लिए माफी मांगें.  उन्होंने कहा कि लोन को यह बताना होगा कि वह संविधान के प्रति निष्ठा रखते हैं. 


बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 370 (Article-370) के प्रावधानों को निरस्त किए जाने और जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पुनर्गठन अधिनियम, 2019 को चुनौती देने वाली कई याचिकाएं 2019 में एक संविधान पीठ को भेजी गई थीं. जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के तहत पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों-जम्मू-कश्मीर और  लद्दाख में विभाजित कर दिया गया. 


इनपुट भाषा से भी. 


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