दुर्गा विसर्जन में 3 बच्चों, 5 महिलाओं समेत 9 लोगों को बचाने के लिए जान दांव पर लगाने वाले मोहम्मद मानिक की कहानी
Mohammad Manik: जलपाईगुड़ी में माल नदी में आई अचानक बाढ़ ने 8 लोगों की जिंदगी छीन ली. एक तरफ बाढ़ लोगों की जिंदगी लेने पर आमादा थी तो दूसरी तरफ मोहम्मद मानिक लोगों की जिंदगियां बचा रहा था.
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Jalpaiguri Flash Flood: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के जलपाईगुड़ी (Jalpaiguri) में दुर्गा विसर्जन के दौरान माल नदी (Mal River) में आई अचानक बाढ़ ने 8 लोगों की जान ले ली. यहां से करीब 80 लोगों को रेस्क्यू (Rescue) किया गया था. इस घटना के बाद पीएम मोदी (PM Modi) से लेकर सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मृतकों के परिवार को सांत्वना देने के साथ-साथ आर्थिक रूप से मदद देने का एलान भी किया था.
इन सब के बीच एक शख्स ऐसा भी था जो बिना किसी फायदे के बाढ़ में फंसे लोगों की मदद कर रहा था. दरअसल इसी दुर्गा विसर्जन के को देखने के लिए 28 साल का मोहम्मद मानिक भी गया हुआ था. मानिक हर साल माल नदी पर दुर्गा विसर्जन देखने जाते थे. हर साल की तरह इस साल वो यहां मौजूद थे. अचानक आई बाढ़ से नदी में बहते लोगों को देख मानिक ने जान की परवाह किए बिना नदी में छलांग लगा दी और डूबते लोगों को बचाने के काम में लग गए.
मानिक ने 9 लोगों की बचाई जान
घटना के वक्त मौजूद लोगों का कहना है कि अकले मानिक ने कम से कम 9 लोगों की जान बचाई है. जिसमें 3 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा एक कपल भी था जिसकी जान मानिक ने ही बचाई. अंग्रेजी वेबसाइट टेलिग्राफ के मुताबकि, मानिक का कहना है कि मैंने लोगों को बहते हुए देखा, उनमें छोटे-छोटे बच्चे भी थे जो मेरे बच्चों के बराबर के थे. मैं उन्हें ऐसे बहते हुए नहीं देख सकता था. इसलिए मैं नदी में कूद गया और लोगों की जान बचाने की पूरी कोशिश की. उन्होंने आगे बताया कि मैं कोई सही आंकड़ा तो नहीं बता सकता लेकिन हां मैंने कई लोगों को किनारे तक पहुंचाने की कोशिश की.
मुस्लिम होकर भी दुर्गा पूजा होते हैं शामिल
मोहम्मद मानिक वेल्डिंग का काम करते हैं. उनके परिवार में वो, उनकी पत्नी, उनके बच्चे, उनके पिता और एक भाई है. मानिक मालबाजार से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पश्चिम तोशिमाला गांव में रहते हैं. हालांकि वो मुस्लिम हैं लेकिन हर साल दुर्गा पूजा में भाग लेते हैं. उनका कहना है कि वो हर साल अपने दोस्त के साथ दुर्गा विसर्जन में आते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि जिन लोगों को मैंने बचाया उनमें से कोई भी गंभीर स्थिति में नहीं है, हालांकि उन सभी ने बहुत पानी पी लिया था.
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