उत्तर प्रदेश: यूपी के हुसैनाबाद के रहने वाले मोहम्मद उस्मान ने पिछले साल एमबीबीएस डॉक्टर बनने का ख्वाब लिए नीट की परीक्षा पास की, लेकिन उन्हें 100 फीसदी विकलांग बताकर एडमिशन देने से इंकार कर दिया गया. लेकिन इस बार उन्हें अपने ख्वाब पूरे करने से कोई नहीं रोक पाया और वो मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने में कामयाब रहे.


20 साल के मोहम्मद उस्मान ने पिछले साल जून में एमबीबीएस के लिए नीट की परीक्षा पास की थी. हालांकि काउंसलिंग के दौरान उन्हें बताया गया कि वो शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं और उन्हें 100 फीसदी विकलांग घोषित कर दिया गया.


मोहम्मद उस्मान इस फैसले के खिलाफ कोर्ट तो चले गए, लेकिन उन्होंने नीट के लिए तैयारी बंद नहीं की और इस साल उन्होंने फिर से नीट की परीक्षा पास की. उन्हें यूपी में बस्ती के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल गया है.


खास बात ये है कि हुसैनाबाद गांव से उस्मान पिछले साल नीट की परीक्षा पास करने वाले पहले छात्र थे. इस बार उन्होंने इस परीक्षा में राज्य स्तर पर 79वां रैंक हासिल किया है.


अपनी सफलता के बाद उस्मान ने कहा, "मैं इस बात पर अटल था कि मुझे एमबीबीएस में एडमिसन लेना है. मेरे पिता ने मुझे डेंटल और अन्य पैरामेडिकल सेवाओं के लिए कोशिश करने को कहा, लेकिन मैं इस पर दृढ़ था कि मुझे मेडिकल डॉक्टर ही बनना है."


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