RSS Mohan Bhagwat: केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिनों तक मंथन बैठक चली. पलक्कड़ में हुई इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी हिस्सा लिया. इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरएसएस समन्यवय बैठक के समापन पर बड़ा बयान दिया है. सूत्रों के मुताबिक, मोहन भागवत ने सरकारों पर निर्भरता को कम करने का निर्देश दिया है. संघ प्रमुख ने ये निर्देश आरएसएस के पदाधिकारियों और आनुषांगिक संगठनों को दिए हैं.


सूत्रों के हवाले से संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, ''शासन-प्रशासन पर निर्भर नहीं रहना है. उनका इस्तेमाल अपने विवेक के आधार पर करना है.'' संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगे कहा कि हिंदू समाज के इतर भी अन्य समाज के अच्छे लोगों से संपर्क रखना है और उनके साथ समन्वय स्थापित करना है. 


मजबूत भारत विश्व के कल्याण के लिए होगा- मोहन भागवत


मोहन भागवत ने कहा कि मजबूत भारत विश्व के कल्याण के लिए होगा. ऐसे में मजबूत और आत्मनिर्भर भारत से विश्व का भला होगा. उन्होंने कहा कि जो विकसित भारत नहीं देखना चाहते हैं, खासकर उनसे सतर्क रहना होगा.


जानिए RSS की बैठक में कौन-कौन हुए शामिल?


वहीं, पलक्कड़ में हुई इस बैठक में आरएसएस चीफ मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष भी शामिल हुए


महिला सुरक्षा पर नहीं होगा कोई समझौता


तीन दिन तक चली समन्वय बैठक के समापन के बाद एक मीडिया से बातचीत के दौरान सुनील आंबेकर ने कहा कि अत्याचारों का शिकार होने वाली महिलाओं को तुरंत न्याय दिलाने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाइयों की समीक्षा करने की जरूरत है. आरएसएस की बैठक में कोलकाता की घटना को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. आंबेकर ने कहा कि यह एक ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना'' थी और ‘‘हर कोई इसके बारे में चिंतित है.


आरएसएस की बैठक में देश में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, उन्होंने कहा कि बैठक में सरकार की भूमिका, आधिकारिक तंत्र, कानून, दंडनीय कार्रवाइयों और प्रक्रियाओं पर चर्चा हुई. 



 


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