संघ के लिए कोई बाहरी नहीं, प्रणब मुखर्जी को बुलाने पर विवाद निरर्थक: मोहन भागवत
भागवत ने कहा कि उनका संगठन पूरे समाज को एकजुट करना चाहता है और उसके लिए कोई भी बाहरी नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों के पास अलग-अलग विचार हो सकते हैं लेकिन वे सभी भारत माता के बच्चे हैं.
नागपुर: पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर हुए विवाद के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि यह निरर्थक बहस है. उन्होंने कहा कि आरएसएस के लिए कोई भी बाहरी नहीं है. मुखर्जी के भाषण के मद्देनजर भागवत ने कहा कि कार्यक्रम के बाद मुखर्जी वही बने रहेंगे जो वह हैं और संघ भी वही बना रहेगा जो वह है.
भागवत ने कहा कि उनका संगठन पूरे समाज को एकजुट करना चाहता है और उसके लिए कोई भी बाहरी नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों के पास अलग-अलग विचार हो सकते हैं लेकिन वे सभी भारत माता के बच्चे हैं. आज के कार्यक्रम में शामिल लोगों में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के रिश्तेदार अर्द्धेन्दु बोस अपनी पत्नी और बेटे के साथ मौजूद थे.
इससे पहले प्रणब मुखर्जी आज यहां आरएसएस के संस्थापक सरसंघचालक केशव बलिराम हेडगेवार की जन्मस्थली पर गये. उन्होंने उन्हें भारत माता का महान सपूत बताया. मुखर्जी ने यहां आरएसएस मुख्यालय में हेडगेवार की जन्मस्थली पर विजिटर्स बुक में लिखा, ‘‘आज मैं भारत माता के महान सपूत को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने आया हूं.’’