गोरखपुरः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत गुरुवार को सुबह 11 बजे पांच दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे हैं. गोरखपुर में होने वाली बैठक का आज पहला दिन है. सुबह 10 बजे से पहली बैठक शुरू हो चुकी है. 24 जनवरी को संघ प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश, चारों प्रांतों के पदाधिकारी, प्रांत प्रचारकों के साथ सामाजिक समरसता पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन के इलाके में किए जा रहे कार्यों की प्रगति जानेंगे और मार्गदर्शन करेंगे.


26 जनवरी को ध्वजारोहण के बाद वह सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे. सीएए को लेकर देश में जिस तरह की सरगर्मी चल रही है उसे लेकर इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. यह उम्मीद भी जताई जा रही है कि सीएए पर संघ प्रमुख देश को कुछ संदेश भी दे सकते हैं.


मोहन भागवत के साथ संघ के सह सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले, अखिल भारतीय व्यवस्था प्रमुख अनिल ओख, रविंद्र सिरकोले, रविंद्र जोशी और परीक्षित भी पांच दिवसीय प्रवास पर गोरखपुर पहुंचे हैं. संघ प्रमुख मोहन भागवत का पांच दिवसीय दौरा काफी अहम माना जा रहा है. इस दौरान वह जहां स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन देंगे वहीं अलग-अलग प्रांतों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर साल भर के कार्यों को भी जानेंगे.


25 जनवरी को संघ प्रमुख के सामने इलाके के और चारों प्रांतों के कार्यकर्ता पर्यावरण सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन और ग्रामीण विकास पर किए गए कामों का विवरण प्रस्तुत करेंगे. 26 जनवरी को संघ प्रमुख गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. ध्वजारोहण के बाद वह गोरखपुर महानगर की शाखा स्तर के स्वयंसेवकों के साथ वार्ता करेंगे. 27 जनवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिला प्रचारकों के साथ वार्ता करेंगे. सीएए को लेकर पूरे देश में हो रहे प्रदर्शन और विरोध सहित अन्य राष्ट्रीय घटनाक्रम को लेकर मोहन भागवत का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है. ऐसे में पूरे देश की नजर उनके इस दौरे पर बनी हुई है.


संघ प्रमुख मोहन भागवत का पांच दिवसीय दौरा पूर्वी यूपी और इस क्षेत्र के स्‍वयंसेवकों के लिए भी काफी महत्‍वपूर्ण है. क्‍योंकि उनके पांच दिवसीय प्रवास के दौरान स्‍वयंसेवकों को अनुशासन, शाखा और किस तरह देश और समाज के साथ पूरे विश्‍व के हित के लिए स्‍वयंसेवकों को योगदान देना है, ये सीखने को मिलेगा. वहीं समाज के लिए उनकी क्‍या नैतिक जिम्‍मेदारी है, इसे भी वे भली-भांति समझ सकेंगे.


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