नई दिल्ली: भारत की महिलाएं किसी से कम नहीं है. आज मौजूदा वक्त में समाज के हर क्षेत्र में आधी आबादी ने अपनी उपस्थिति दर्ज की है. 37 साल की अंशु जमसेन्पा इसका जीता-जागता उदाहरण हैं, जिन्होंने चौथी बार हिमालय पर फतह हासिल की.


मंगलवार को अंशु ने चौथी बार हिमालय की चोटी पर पहुंच कर इतिहास रच दिया. अंशु अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और वह दो बच्चों की मां हैं. अंशू ने हिमालय की चोटी पर पहुंच कर वहां भारत का झंडा लहराया, जो उन्हें दलाई लामा ने अप्रैल महीने में दिया था.


अंशु अगले दस दिनों में दुबारा चढ़ना शुरू करेंगी. अंशु की पीआर मैनेजर नंदा किराती दिवान ने कहा, ''वह एवरेस्ट की चोटी पर सुबह नौ बजे पहुंची. दलाई लामा ने दो अप्रैल को अंशु को गुवाहाटी से रवाना किया था.'' नंदा ने आगे कहा,''अगर अंशु दोहरी चढ़ाई में सफल होती हैं तो वह पांच बार एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बना लेंगी.''


इससे पहले साल 2011 में अंशु ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर दस दिन दो बार चढ़ाई की थी. साल 2015 में अंशु ने दोहरी चढ़ाई करने का फैसला किया था, लेकिन नेपाल भूकंप के कारण इसे टाल दिया गया. नंदा ने बताया कि 18 मई 2013 में अंशु ने तीसरी बार एवरेस्ट पर पहुंची. उन्होंने यह भी बताया कि 13 मई 2017 की सुबह 1 बजकर 45 मिनट पर अंशु ने एवरेस्ट पर चढ़ना शुरु किया और मंगलवार 16 मई की सुबह 9 बजे चोटी पर पहुंची.