Mohan Bhagwat Speech: विजयदशमी पर बोले मोहन भागवत- नशे के कारोबार से आए पैसों का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधि में होता है
नशे की लत पर चिंता व्यक्त करते हुए मोहन भागवत ने कहा, OTT पर क्या दिखाया जाता है, इसपर कोई नियंत्रण नहीं है. देश में तरह-तरह के नशीले पदार्थों का प्रयोग बढ़ रहा है, इसे कैसे रोका जाए, पता नहीं?
Mohan Bhagwat on Dussehra: विजयदशमी के अवसर पर नागपुर में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सर संघचालक (RSS) मोहन भागवत ने शस्त्र पूजन किया. इसके बाद मोहन भागवत ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में देश में बढ़ रही नशे की लत पर चिंता व्यक्त की.
युवाओं को नसीहत देते हुए मोहन भागवत ने कहा कि नई पीढ़ी में नशीले पदार्थ खाने की लत लग रही है. बड़े से लेकर छोड़े तक इस काम में व्यस्त हैं. नशे के कारोबार से आने वाले पैसे का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में किया जाता है. ऐसे में हमारी कोशिश होनी चाहिए कि किसी भी तरह से देश के युवाओं को ड्रग्स के दायरे से बाहर निकाला जाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में अराजकता फैलाने की कोशिश हो रही है.
'जम्मू कश्मीर में लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं आतंकवादी'
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में डर का माहौल बनाने के लिए आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं. नागपुर के रेशमबाग मैदान में वार्षिक विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि सीमाओं पर सैन्य तैयारियां बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने बिटकॉइन और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी चिंता व्यक्त की और सरकार से इन्हें विनियमित करने के प्रयास करने को कहा.
उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में डर पैदा करने के इरादे से आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं.' जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में डेरा की गली (डीकेजी) में 12 अक्टूबर को मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित सेना के पांच कर्मी शहीद हो गए थे. राजौरी जिले के थानामंडी इलाके में 19 अगस्त को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गया था. भागवत ने कहा कि सामाजिक चेतना अब भी जाति आधारित भावनाओं से प्रभावित है और आरएसएस इसके समाधान के लिए काम कर रहा है.
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