मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी नेता व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को मनीलॉन्ड्रिंग केस में समन भेजा है. अनिल देशमुख को आज ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने फिलहाल पेश होने से इनकार कर दिया है. अनिल देशमुख ने कहा है कि मैं आज ईडी कार्यालय में उपस्थित रहने में असमर्थ हूं और कई बीमारियों से ग्रस्त हूं. देशमुख ने साथ ही ईडी से पहले सवालों की कॉपी देने को कहा है.
मेरा जवाब ऑनलाइन रिकॉर्ड करे ईडी- देशमुख
अनिल देशमुख ने कहा, ‘’ईडी मुझे जांच से सम्बंधित सवालों की कॉपी दे, जिससे मैं बेहतर उत्तर दे सकू और मेरा जवाब ऑनलाइन रिकॉर्ड करे या ऑडियो विसुअल जिससे संभव हो.’’ उन्होंने कहा, ‘’मेरी जगह मैंने ऑथराइज्ड रिप्रेजेंटेटिव अप्वॉइंट किया है, जो सभी तरह के सवालों के जवाब देने के लिए मेरी ओर से समर्थ है. मैं ऑडियो वीडियो के माध्यम से कभी भी अपना स्टेटमेंट देने के लिए उपलब्ध हूं.’’
इतना ही नहीं देशमुख ने कहा, ‘’मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप दुर्भावना से किए गए हैं. जिन्होंने खुद गंभीर गुनाह किया है, उनके कहने पर एक राजनीतिक पार्टी के नेता पर केंद्र सरकार राजनीतिक विरोधक होने की वजह से कार्रवाई कर रही है.’’
बताया जा रहा है कि अनिल देशमुख ने अपने लीगल टीम से कहा की फिलहाल कोर्ट नही जाएंगे. यानी अभी अग्रिम जमानत की अर्जी नहीं करेंगे. वह ईडी से समय लेकर अपना पक्ष रखेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे.
क्या है मामला?
बता दें कि अनिल देशमुख को ईडी ने शनिवार को भी मनीलॉन्ड्रिंग केस में जांच के लिए उपस्थित होने का आदेश दिया था लेकिन वे ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे. उन्होंने अपने वकील को भेज कर किसी और दिन हाजिर होने की अनुमति मांग ली थी. 100 करोड़ की वसूली प्रकरण में पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोप से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के केस में देशमुख को जांच के लिए बुलाया गया था.
गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने सोमवार को नागपुर के तरुण परमार को समन जारी कर बुलाया और करीब 4 घंटे बाद परमार ईडी दफ्तर से निकले. नागपुर के रहने वाले अधिवक्ता तरुण परमार ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि उन्होंने किस तरह से मनी लॉन्ड्रिंग की है उसकी जानकारी उन्हें है साथ ही अनिल देशमुख के खिलाफ पुख़्ता सबूत भी उनके पास है. परमार ने कई दस्तावेज़ भी साझा किए है.
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