ED Raid in Mumbai and Kolkata: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई और कोलकाता में पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग मामलों में कई जगह छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने बिल्डर ललित टेकचंदानी और उनके अन्य सहयोगियों से जुड़े 22 स्थानों पर छापे मारकर कुल 30 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है. इसके अलावा उनके बैंक बैलेंस और फिक्स्ड डिपोजिट को भी जब्त किया गया है. ईडी ने सोमवार (12 फरवरी) को इसकी जानकारी दी.
ईडी के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बिल्डर ललित टेकचंदानी, उनके पार्टनर अमित वाधवानी और विक्की वाधवानी व अन्य सहयोगियों के 22 ठिकानों पर पिछले हफ्ते छापेमारी की गई थी. ईडी ने यह कार्रवाई फ्लैटों के संभावित खरीदारों के साथ धोखाधड़ी के मामले में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत की थी. 7 फरवरी को टीम ने बिल्डर ललित टेकचंदानी से जुड़े मुंबई और नवी मुंबई में 22 स्थानों पर तलाशी ली.
नवी मुंबई में प्रोजेक्ट के नाम पर बायर्स को लगाई चपत
ईडी ने बताया कि उसने आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत तलोजा पुलिस स्टेशन और चेंबूर पुलिस स्टेशन की ओर से दर्ज दो एफआईआर के आधार पर यह जांच शुरू की. इस एफआईआर में यह आरोप लगाया गया था कि टेकचंदानी और अन्य लोगों की ओर से चलाई जा रही कंपनी सुप्रीम कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड ने नवी मुंबई के तलोजा में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदारों से बड़ी मात्रा में धन जमा किया.
बीच में छोड़ा प्रोजेक्ट, बायर्स को न घर दिया न पैसा
ईडी को जांच से पता चला कि कंपनी ने नवी मुंबई के तलोजा में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट में 1700 से अधिक घर खरीदारों से 400 करोड़ रुपये से अधिक की भारी धनराशि जुटाई थी. एजेंसी ने कहा कि प्रोजेक्ट में देरी के कारण इन घर खरीदारों को फ्लैट या रिफंड दिए बिना ही अधर में छोड़ दिया गया. बायर्स से प्राप्त धनराशि को बिल्डर ने व्यक्तिगत लाभ और परिवार के सदस्यों सहित विभिन्न नामों पर संपत्ति बनाने के लिए निकाल लिया.
कोलकाता में राशन घोटाला केस में कई जगह छापा
दूसरी ओर, ईडी ने पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार सुबह (13 फरवरी) कोलकाता में कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ आए ईडी के दलों ने सॉल्ट लेक, कैखाली, मिर्जा गालिब स्ट्रीट, हावड़ा और कुछ अन्य स्थानों पर छापे मारे. उन्होंने बताया कि जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है उनमें कारोबारी और घोटाले में पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों के करीबी लोग शामिल हैं.
टीएमसी के एक नेता को भी कर चुकी है गिरफ्तार
ईडी के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि, ‘‘ये छापे राशन वितरण घोटाले से जुड़े हैं. हमें मामले में पहले ही गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ करने के बाद इन लोगों की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली है.’’ जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल में राशन वितरण में अनियमितताओं में शामिल होने के आरोप में राज्य के एक मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के एक नेता समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है.
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