(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Money Laundering Case: ईडी ने महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब से आठ घंटे तक पूछताछ की
Money Laundering Case: अनिल परब मंगलवार को सुबह 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंचे और करीब शाम सात बजे उन्हें बाहर निकलने की इजाजत दी गई.
Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh)और अन्य के खिलाफ दर्ज धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के मामले के संबंध में मंगलवार को राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब (Anil Parab) से करीब आठ घंटे पूछताछ की. ईडी ने शनिवार को अनिल परब को दूसरी बार सम्मन जारी किया और केन्द्रीय एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा. परब के पास महा विकास अघाडी सरकार में संसदीय कार्य विभाग का प्रभार भी है.
अधिकारी ने बताया कि शिवसेना के मंत्री दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट इलाके में स्थित ईडी के कार्यालय में सुबह 11 बजे पहुंचे और शाम करीब सात बजे उन्हें एजेंसी से बाहर निकलने की अनुमति मिली. ईडी कार्यालय से बाहर निकलने के बाद परब ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने वित्तीय जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जवाब दिया है. परब ने कहा, ‘‘मैं प्राधिकार (जांच एजेंसी) के प्रति जिम्मेदार हूं, किसी व्यक्ति विशेष के प्रति नहीं. मुझसे प्राधिकार जो भी सवाल करेगा मैं उसका जवाब दूंगा.’’
अतिरिक्त जानकारी दिए बगैर परब ने कहा, ‘‘जहां तक बात ईडी द्वारा मुझे जारी किए गए सम्मन की है, मैं उनके समक्ष पेश हुआ और उन्होंने मुझसे जो भी सवाल किए, मैंने उनका जवाब दिया.’’ ईडी कार्यालय के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे. आज दिन में परब ने कहा था कि उन्हें ईडी द्वारा भेजे गए सम्मन की जानकारी नहीं है.
मंत्री ने कहा था, ‘‘मुझे अभी भी नहीं पता है कि उन्होंने मुझे क्यों बुलाया है. मैं अपनी बेटियों और शिवसेना के दिवंगत प्रमुख (बालासाहेब ठाकरे) की कसम खाकर कहता हूं कि मैं कुछ गलत नहीं किया है.’’ शिवसेना से तीन बार के विधायक परब को एजेंसी ने पहला सम्मन 31 अगस्त को भेजा, लेकिन उन्होंने आधिकारिक कार्यक्रमों का हवाला देते हुए पेश होने से इंकार कर दिया और अतिरिक्त समय मांगा.
अधिकारियों ने पहले बताया था कि अन्य आरोपियों और मामले में शामिल लोगों द्वारा कुछ ‘‘खुलासे’’ किए जाने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच में परब से पूछताछ की जानी है. समन ईडी द्वारा महाराष्ट्र पुलिस दल में कथित 100 करोड़ रुपये के रिश्वत और जबरन वसूली मामले में की जा रही आपराधिक जांच से संबंधित है. इसी मामले के कारण अप्रैल में देशमुख ने इस्तीफा दिया था.