Money Laundering Case: महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक कथित मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) मामले में आठ दिन यानी तीन मार्च तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेजे गए हैं. इस घटना ने सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को बड़ा झटका दिया है, क्योंकि मलिक गिरफ्तार होने वाले पहले कैबिनेट मंत्री हैं. इससे राजनीतिक हलकों में उथल-पुथल मच गया है. मलिक की गिरफ्तारी को लेकर उनकी बेटी निलोफर मलिक खान ने बड़ा बयान दिया है.


मेरा परिवार और मैं, हम सभी स्ट्रोंग हैं- निलोफर मलिक 


निलोफर मलिक ने ट्वीट कर कहा है, ‘’शेरनी के पंजे निकालने का समय आ गया है.’’ इससे पहले उन्होंने कहा था, ‘’ED बिना समन के मेरा पिता नवाब मलिक को घर से लेकर गई. उन्होंने दावा किया कि रिमांड कॉपी पहले से तैयार थी . ये पूरा गढ़ा हुआ मामला है. मेरा परिवार और मैं, हम सभी स्ट्रोंग हैं.’’






झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे- मलिक


कल जब मलिक को सीआईएसएफ, पुलिस और ईडी कर्मचारियों द्वारा ईडी कार्यालय से बाहर निकाला गया तो  सफेद कुर्ता-पायजामा में मुस्कुराते हुए मलिक ने हवा में मुट्ठी उठाते और अपने समर्थकों के लिए घोषणा करते हुए कहा, "झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे."


क्या है पूरा मामला


बता दें कि नवाब मलिक पर कथित मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण में संलिप्तता के आरोप लगे हैं. उन पर आरोप है कि वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंधित जमीन डील से जुड़े रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय अंडरवर्ल्ड से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहा है. प्रवर्तन निदेशालय ने हाल में अंडरवर्ल्ड के खिलाफ केस दर्ज कर कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. इस सिलसिले में कुछ हफ्ते पहले दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को भी दबोचा गया था.


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