कोविड के बाद अब ये क्या बला है! कर्नाटक में मंकी फीवर से महिला की मौत, जानें क्या है माजरा
Monkey Fever: कर्नाटक में मंकी फीवर से पिछले दो महीने में संक्रमित 4 मरीजों की मौत हो चुकी है. ऐसे में इस बीमारी को लेकर वहां डर का माहौल है. मवेशियों से यह संक्रमण इंसानों में फैल रहा है.
Monkey Fever In India: कोरोना महामारी के बाद कई ऐसी वायरल बीमारियां सामने आ रही हैं जो लोगों के लिए डरावनी और जानलेवा साबित होने लगी हैं. ऐसी ही एक और संक्रामक बीमारी है, जिसका नाम "मंकी फीवर" है. कर्नाटक के शिवमोगा जिले में ‘मंकी फीवर’ नाम से प्रचलित क्यासानुर वन रोग (केएफडी) के चलते 57 वर्षीय महिला की मौत हो गई है.
ताजा संक्रमण से 3 लोगों की मौत हो गई थी, जिसकी वजह से अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है. वैसे, मृतकों का यह आंकड़ा इस साल जनवरी से लेकर अब तक का है. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी वजह से हो रही मौतों के कारण लोगों में डर का माहौल है.
कर्नाटक के कई क्षेत्र वायरस से प्रभावित
स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से सोमवार (26 फरवरी) को बताया गया कि संक्रमण की वजह से मरने वाली महिला उत्तर कन्नड़ जिले की थी. यह इलाका वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में है. स्वास्थ्य विभाग के सीनियर अफसर के अनुसार, “कल (रविवार- 25 फरवरी) रात केएफडी के कारण एक और मौत की सूचना मिली. शिवमोगा में 57 साल की महिला की मौत हो गई. वह पिछले 20 दिनों से आईसीयू में भर्ती थी और वेंटिलेटर सपोर्ट पर थी. उसे कई समस्याएं थीं. इस वायरस के कारण राज्य में मरने वालों की कुल संख्या अब 4 हो गई है.”
अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थी महिला
अस्पताल से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि महिला मंकी फीवर के साथ ही कई अन्य उम्र जनित बीमारियों से भी पीड़ित थी. उसमें कोमॉर्बिडिटी की भी पुष्टि हुई थी. संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से लगातार चिकित्सक इलाज कर रहे थे लेकिन सेहत में सुधार नहीं हुई है और आखिरकार दम तोड़ दी. अधिकारियों के अनुसार, केएफडी किलनी नामक जीव के काटने से फैलता है जो आमतौर पर बंदरों में मिलता है. यह जीव मवेशियों को काटता है, जिससे संक्रमण होता है. मनुष्य भी किलनी के काटे गए मवेशियों के संपर्क में आने से इस रोग की चपेट में आ जाते हैं.
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