Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जारी किए निर्देश
Monkeypox Cases: केंद्र सरकार ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर मंकीपॉक्स (Monkeypox) को लेकर सावधान रहने और गाइडलाइंस का पालन करने को कहा है.
Monkeypox Cases in India: दुनियाभर में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले लोगों को डरा रहे हैं. इस बीच भारत में भी मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हो गई है. दुनिया भर में पिछले 6 महीनों में 3,413 मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले अब तक सामने आए है, हालांकि इसमें 86% मामले यूरोप और 11% मामले अमेरिका (America) में सामने आए है. मंकीपॉक्स को लेकर भारत ने मई के महीने में गाइडलाइन (Guidelines For Monkeypox) तैयार कर ली थी. अब मामला सामने आने पर एक बार फ़िर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर इसे सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं.
भारत में एक केस सामने आने पर एक बार फिर केंद्र सरकार ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर मंकीपॉक्स को लेकर सावधान रहने को कहा है. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयार गाइडलाइन को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं.
भारत में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि
केरल में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि की गई है. मरीज हाल ही में संयुक्त अरब अमीरत (UAE) से केरल के कोल्लम पहुंचा था. तेज बुखार और छाले जैसे लक्षण दिखने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि होने के बाद भारत सरकार एक्शन मोड में आ गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर मंकीपॉक्स के लिए बनी गाइडलाइंस, जिसे मई में तैयार किया था उसे ठीक से लागू करने की सलाह दी है.
मंकीपॉक्स को लेकर क्या-क्या हैं गाइडलाइंस?
- देश के हर प्वाइंट ऑफ एंट्री पर मेडिकल स्क्रीनिंग टीम, डॉक्टर, लक्षण वाले और बिना लक्षण के मरीजों की टेस्टिंग, ट्रेसिंग और सर्विलांस टीम का गठन होना चाहिए. साथ ही अस्पताल में मेडिकल तय प्रोटोकॉल के तहत इलाज और क्लिनिकल मैनेजमेंट की व्यस्था हो.
- सभी संदिग्ध मामलों की टेस्टिंग और स्क्रीनिंग एंट्री प्वाइंट्स और कम्युनिटी में की जाएगी (या तो अस्पताल आधारित निगरानी के माध्यम से, खसरे के तहत टारगेटेड सर्विलांस, या MSM, FSW आबादी के लिए NACO द्वारा पहचाने गए निगरानी या इंटरवेंशन साइट्स पर)
- पेशेंट आइसोलेशन (जब तक सभी घाव समाधान नहीं हो जाता है और पपड़ी पूरी तरह से गिर नहीं जाती है) अल्सर की सुरक्षा, रोगसूचक और सहायक उपचार, लगातार निगरानी और जटिलताओं का समय पर उपचार मृत्यु दर को रोकने के लिए अहम उपाय हैं.
- अस्पतालों की पहचान की जानी चाहिए और मंकीपॉक्स के संदिग्ध पुष्ट मामलों के प्रबंधन के लिए सुसज्जित चिन्हित अस्पतालों में पर्याप्त मानव संसाधन और रसद सहायता सुनिश्चित की जानी चाहिए.
केरल के कोल्लम में टीम पहुंची
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केरल (Kerala) के कोल्लम जिले में मंकीपॉक्स के पुष्ट मामले के मद्देनजर एक मल्टी डिसिप्लिनरी टीम को केरल भेजा है. ये टीम राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए केरल भेजी गई है जो वहां जाकर पब्लिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में मदद करेंगे.
दुनियाभर में मंकीपॉक्स के कितने मामले?
दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी 2022 से 22 जून 2022 तक कुल 3413 मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामलों की पुष्टि हुई है. ये मामले 50 देशों से सामने आए है. वहीं, मंकीपॉक्स से डब्ल्यूएचओ को एक मौत की सूचना मिली है. इनमें से अधिकांश मामले यूरोपीय क्षेत्र (86%) और अमेरिका में 11% मामले सामने आए हैं.
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