Global Health Emergency: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकी पॉक्स को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है. इसमें कहा गया है कि एमपॉक्स अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है. इसको लेकर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहानोम ग्रेब्रेयेसस ने घोषणा करते हुए कहा, “एमपॉक्स (मंकी पॉक्स) अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है.”


उन्होंने आगे कहा, “कल, एमपॉक्स के लिए आपातकालीन समिति ने मुलाकात की और मुझसे सिफारिश की कि प्रकोप अब अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. मैंने उस सलाह को स्वीकार कर लिया है और मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि mpox अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है.”


ग्रेब्रेयेसस  ने आगे कहा, “हालांकि, जैसी कि कोविड 19 के साथ हुआ, इसका मतलब ये नहीं है कि काम खत्म हो गया है. एमपॉक्स महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसके लिए एक मजबूत, सक्रिय और स्थायी प्रतिक्रिया की जरूरत है.”






वो आगे कहते हैं, “हम वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स के मामलों में कमी आने का स्वागत करते हैं. ये वायरस अफ्रीका समेत उन सभी रीजन्स में समुदायों को प्रभावित कर रहा है, जहां पर ट्रांसमिशन अभी भी अच्छी तरह से समझा नहीं गया है. सभी रीजन्स में यात्रा संबंधी मामले निरंतर खतरे को उजागर कर रहे हैं. एचआईवी संक्रमित लोगों के लिए ज्यादा खतरा है.”


सभी देशों से अपील करते हुए उन्होंने कहा, “ये महत्वपूर्ण है कि वे टेस्टिंग कैपेसिटी को बनाए रखें और अपने प्रयासों को जारी रखें. अपने जोखिम का आकलन करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करें.” महानिदेशक आगे कहते हैं, “मौजूदा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में एमपॉक्स की रोकथाम और देखभाल की सिफारिश की जाती है ताकि भविष्य के प्रकोपों को दूर करने के लिए तेजी से प्रतिक्रिया की जा सके.”


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