Monkeypox Virus : कोरोना महामारी से दुनिया अभी तक सही से उभरी भी नही थी की एक और वायरस ने उसे घेर लिया है. इस वायरस का नाम है मंकीपाक्स (Monkeypox Virus), मंकीपाक्स ने दुनिया को एक नई चिंता में डाल दिया जिसको लेकर अब विज्ञानिक भी इसे लेकर परेशान हैं. हालांकि इसके फैलने रफ्तार अभी काफी कम है लेकिन इसको लेकर दुनिया भर के देश परेशान हैं. मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) से अभी तक ब्रिटेन (Britain) और अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.



तेजी से फैल रहा मंकीपाक्स


दुनिया भर में मंकीपॉक्स से सबसे ज्यादा अगर कोई देश प्रभावित हो रहा है तो वह ब्रिटेन  है. ब्रिटेन में अबतक  300 से अधिक मामले सामने आए हैं. इसके अलावा अमेरिका, स्पेन, कनाडा जैसे देश भी इस चपेट में आ जुके हैं. इन देशो में यह वायरस फैलना शुरु हो चुका है जिसने अब बाकी देशों की भी चिंता बढ़ा दी है. अमेरिका में वायरस से ग्रशित मरिज़ों की संख्या 40 बताई जा रही है तो वहीं कुल 100 मामले अबतक पूरी दुनिया में देखे गए हैं.
 
कब दर्ज हुआ था मंकीपॉक्स का पहला मामला 



फ्लोरिश डेटा (Flourish Data) विश्लेषण एजेंसी के मुताबिक 6 मई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था उसके बाद 6 मई से लेकर 23 मई तक इसके कुल 100 मामले सामने आ चुके थे. यानि 16 दिन में 7 गुना की वृद्धि देखी गई. अमेरिका स्वास्थ एजेंसी सीडीसी (CDC)  के मुताबिक,बुधवार दोपहर तक राष्ट्रीय स्तर पर मंकीपॉक्स  के 40 मामलों की पुष्टी की गई है. इनमें सबसे अधिक मामले न्यूयार्क में ( नौ ), कैलिफोर्निया (California) (आठ ), फ्लोरिडा (Florida) ( चार ) कोलोराडो और इलिनोइस (Illinois) में ( तीन ) दर्ज किए गए हैं.


क्या मंकीपॉक्स दुनिया के लिए है खतरनाक


डब्ल्यूएचओ (WHO) प्रमुख टेड्रोस ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा था कि गैर-स्थानिक देशों में बढ़ते मंकीपॉक्स के मामले वास्तविक खतरा है लेकिन इसके अलावा उन्होने इस वायरस ( monkeypox virus ) ने निपटने के लिए तत्काल टीकाकरण कार्यक्रम से भी इनकार किया है. 


क्या है मंकिपॉक्स वायरस


मंकीपॉक्स चिकनपॉक्स और स्मॉलपॉक्स की तरह ही एक ओर्थोंपाक्सवारयरस है. यह पहली बार 1958 में रिसर्च के लिए रखे बंदरों में खोजा गया था. 1970 में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था. यह रोग मुख्य तौर पर मध्य और पश्चिम अफ्रिका में पाया जाता है।