Monkeypox Suspected Case In Kerala: केरल (Kerala) में विदेश से लौटा एक व्यक्ति मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संदिग्ध रूप से संक्रमित पाया गया है. उसके सैंपल को जांच के लिए भेजा जा चुका है. केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Kerala Health Minister Veena George) ने बताया कि विदेश से लौटे उस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण मिलने के बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
व्यक्ति के खून के सैंपल को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (National Institute Of Virology) भेज दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मंकीपॉक्स बीमारी की पुष्टि हो पाएगी. बताया जा रहा है कि वो व्यक्ति तीन दिन पहले ही यूएई (United Arab Emirates) से यात्रा कर भारत लौटा था. भारत लौटने के बाद उसमे मंकीपॉक्स बीमारी के लक्षण दिखाई दिए.
पशुओं से इंसानों में फैलता है मंकीपॉक्स का वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के मुताबिक, मंकीपॉक्स एक प्रकार का जूनोसिस (जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस) है. इसके लक्षण ठीक उसी प्रकार के होते हैं जैसे कि चेचक के रोगियों में देखे गए थे. हांलाकि, ये कोई गंभीर बीमारी नहीं है. इस वायरस के लक्षण इसकी चपेट में आने के 7-14 दिनों बाद बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकावट के साथ शुरू होते हैं.
संक्रमण से बचने के उपाय
मंकीपॉक्स से बचने का सबसे कारगर उपाय है कि इससे संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से बचा जाए. इस बीमारी से पीड़ित मरीज और जानवरों से दूरी बनाकर रखें. साथ ही संक्रमित रोगियों को अलग कमरे में रखा जाए. इस बीमारी में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. संक्रमित मरीज के नजदीक जाने के लिए हमेशा पीपीई किट का इस्तेमाल किया जाए.
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