Monkeypox Virus: WHO के अनुसार मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है. यह जानवरों से मनुष्यों में फैलती है और फिर मनुष्य से मनुष्य में फेल सकती हैं. फिल्हाल भारत में मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया हैं लेकिन अन्य देशों में मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. इस निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है. इस निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी भी जारी की हैं.
महाराष्ट्र स्वास्थ विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी भी जारी में कहा गया है कि..
सभी संदिग्ध मरीजों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी जिन्होंने प्रभावित देशों की यात्रा बीते 21 दिनों में की है.
इन संदिग्ध मरीजों की सूचना स्थानीय जिला अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग को तुरंत देने के निर्देश दिए गए हैं.
एयरपोर्ट पर एंडेमिक और नॉन एंडेमिक देशों से यात्रियों की जांच हो रही है.
ऐसे मरीजों का इलाज करते समय सभी संक्रमण नियंत्रण तरीकों का पालन किया जाना चाहिए.
रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आती है तो कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू की जाएगी.
संदिग्ध मरीजों के रक्त थूक और नमूने परीक्षण के लिए एनआईवी पुणे में भेजे जाएंगे.
संदिग्ध मामलों के लिए मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है जहां 28 बेड्स रखे गए हैं.
संदिग्ध मामलों के सैंपल NIV पुणे में भेजे जाएंगे.
पिछले 21 दिन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की तुरंत पहचान करनी होगी और उन्हें आइसोलेट करना होगा.
संदिग्ध मरीजों के सभी घाव भर नहीं जाते और त्वचा की एक नई परत नहीं बन जाती है तब तक आइसोलेशन समाप्त नहीं कर सकते हैं और तब तक क्वारंटाइन रहना चाहिए.
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