नई दिल्ली: भारत के कई हिस्सों में तेज बारिश का कहर जारी है. रविवार को अधिकारियों ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश और भूस्खलन से 124 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. अकेले महाराष्ट्र में अब तक 150 लोगों की जान बारिश व भूस्खलन के संबंधित घटनाओं में चली गई है. इस आपदा में बचाव कार्य कर रहे एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि अभी भी 100 से ज्यादा लोग लापता हैं. इसके अलावा 40 लोगों की जान गुरूवार को दक्षिणी मुंबई में भयंकर भूस्खलन के चपेट में आने से चली गई है. 


महाराष्ट्र के अलावा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के बटसेरी गांव में रविवार को भूस्खलन की घटना सामने आई थी. इस घटना की चपेट में यात्रियों से भरी टेंपो ट्रैवलर आ गई जिसमे सवार 9 पर्यटकों की मौत हो गई. इस घटना में तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी भी हुए. इस हादसे में बटसेरी स्थित बास्पा नदी पर बना 120 मीटर का लोहे का पुल भी पलक झपकते ही धराशायी हो गया. हिमाचल में हुई इस भयावह घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेतोओं ने मारे गए लोगों के प्रति शोक प्रकट किया. 


वहीं देश के अलग-अलग राज्यों मे आई तबाही को लेकर सीमा सुरक्षा बल ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने अपने बयान में बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा के कई जिलों से अबतक 215 लोगों को बचाया है जो बाढ़ में फंसे हुए थे. 


इसके अलावा मौसम विभाग ने केरल के तिरूवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, इडुक्की, कोट्टायम, अलाप्पुझा, और एर्नाकुलम समेत कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है और यहां येलो अलर्ट जारी किया है. केरल के अलावा मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश और वज्रपात की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है.


जम्मू कश्मीर में बारिश से तालाब बनी सड़कें
रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात जम्मू और आसपास के इलाकों के हो रही बारिश से आम जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया. मौसम विभाग में अगले दो दिनों तक जम्मू कश्मीर में भारी बारिश का अनुमान जताया है. रविवार और सोमवार की दरमियानी रात जम्मू और आसपास के जिलों में हो रही तेज बारिश आफत बनकर आसमान से बरस रही है. जम्मू समेत सांबा, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुँछ, उधमपुर से बारिश की खबरें आ रही हैं. 


इस बारिश से जम्मू की सड़कें तालाब बन गई है. जम्मू की सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है. आलम यह है कि कहीं वाहन इस बारिश से फंसकर बंद हो रहे हैं, जिन्हें निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. वही, इस भारी बारिश का असर सड़क रेल और हवाई यातायात पर भी पड़ा है. जम्मू और श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को एहतियात बरतने को कहा गया है. वहीं, जम्मू के निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.


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