मुंबई: मुंबई में हर साल बारिश के समय कई जगहों पर पानी जमा हो जाता है. भारी बारिश और सड़कों पर जमा होता पानी हर साल बाढ़ की स्थिति पैदा करता है. लेकिन इस साल मुंबई महानगर पालिका ने ये दावा किया है कि हिंदमाता परिसर जैसी जगहों पर जहां हर साल बारिश के समय घुटनों से ऊपर तक पानी जमा होता है, वहां इस साल पानी ज्यादा जमा नही होगा.


हिंदमाता परिसर में हर साल बारिश के समय बहुत पानी भर जाता है और इस बार महानगर पालिका ने जमीन के अंदर बहुत बड़े स्टोरेज टैंक स्थापित किए हैं. इन स्टोरेज टैंक का उपयोग कुछ इस तरह होगा कि जब बारिश के समय पानी भरना शुरू होगा, उस समय वह सारा पानी स्टोरेज टैंक में चला जाएगा और वह पानी करीब 3 घंटे तक बारिश के पानी को स्टोर करने की क्षमता रखता है.


समंदर में चला जाएगा पानी


स्टोरेज टैंक में जमा हुआ पानी शहर के दूसरे इलाकों से होकर गुजरेगा, जैसे के सायन और दादर और फिर ये पानी सीधा समंदर में चला जाएगा. स्टोरेज टैंक का फायदा नागरिकों को होगा क्योंकि हर साल पानी भरने की वजह से सड़कें ढ़क जाती हैं और सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता हैं. जिस वजह से अगर इन इलाकों में पानी जमा नहीं होगा तो नागरिकों को बारिश के समय परेशानी नहीं होगी.


हिंदमाता परिसर में हिंदमाता से लेकर परेल तक जाने वाला ब्रिज भी बारिश में डूब जाता है. वहीं आती जाती गाड़ियों को ट्रैफिक जाम में रुकना पड़ता था. इसलिए हिंदमाता ब्रिज के रस्ते को महानगर पालिका ने करीब 1 मीटर की ऊंचाइ से बढ़ाया है. मौजूदा रास्ता पानी में डूब जाता था. जिसके चलते 1 मीटर के ऊंचाई से रास्ते को ठीक किया गया है.


मुंबई कि बारिश हर साल कई इलाकों को पानी में डूबा देती है लेकिन जैसे की इस साल महानगर पालिका ने ये दावा किया है कि पानी ज्यादा समय तक नही रुकेगा, वहीं आज मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बारिश के पहले होने वाली पूरी तैयारी कर ली गई है.


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