Monsoon Session 2023: बारात में सिर्फ 50 लोग, 10 तरह के पकवान, 2500 रुपये का शगुन...सांसद ने पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल
Parliament Monsoon Session: संसद में पेश किए गए इस बिल का उद्देश्य शादियों में होने वाले अनाप-शनाप खर्चों में कमी लाना है. इस बिल को सांसद जसबीर सिंह गिल ने 2020 में पेश किया गया था.
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Parliament Monsoon Session 2023: पंजाब के खडूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने संसद में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया है जो शादियों में फिजुल खर्चे पर लगाम लगाएगा. शुक्रवार (4 अगस्त) को सदन में पेश किए गए इस बिल में बारात में सिर्फ 50 लोगों को ही बुलाने जैसे नियमों को लागू करने की बात कही गई है.
इस बिल को विशेष अवसरों पर व्यर्थ व्यय की रोकथाम विधेयक (Prevention of Wasteful Expenditure on Special Occasions Bill) नाम दिया गया है. इस बिल के मुताबिक कहा गया है कि शादियों के दौरान बारात में सिर्फ 50 लोगों को ही बुलाया जाना चाहिए, 10 से ज्यादा पकवान नहीं होने चाहिए और शादियों में 2500 से ज्यादा का शगुन नहीं दिया जाना चाहिए.
Introduced Private Members Bill "Prevention of Wasteful Expenditure on Special Occasions Bill". HIGHLIGHTS
— Jasbir Singh Gill MP official account (@JasbirGillKSMP) August 4, 2023
Not more that 50 people in Barat
Not more than 10 dishes to be served
Not more than Rs 2500 in Shagan or Gifts
Will help in improving sex ratio
No more foeticide@IYC pic.twitter.com/jyq4wY3rSN
क्या हैं इस बिल की विशेष बातें?
संसद में पेश किया गया यह बिल विशेष अवसरों जैसे कि शादी के दौरान होने वाले अनाप-शनाप खर्चों में कमी लाने के लिए लाया गया है. इस बिल में कई प्रावधान हैं. एक प्रावधान के मुताबिक शादी में गिफ्ट लेने की बजाए गरीबों, जरूरतमंदों, अनाथों या समाज के कमजोर वर्गों को इसकी राशि दान में दी जानी चाहिए. कांग्रेस सांसद ने यह बिल जनवरी 2020 में पेश किया था.
सांसद ने बताया बिल लाने की जरूरत क्यों पड़ी?
शादियों पर होने वाले खर्चे पर लगाम लगाने के लिए इस बिल को लाने की जरूरत क्यों पड़ी इसके बारे में खुद सांसद ने बताया. उन्होंने कहा कि उनका मकसद फिजूलखर्ची वाली शादियों की संस्कृति को खत्म करना है, क्योंकि यह लड़की के परिवार पर बहुत बोझ डालती है. उन्होंने कहा, मुझे ऐसी कई घटनाओं के बारे में पता चला जिसमें लोगों को अपने बेटियों की शादी के लिए अपनी जमीनें और घर तक बेचने पड़े हैं या फिर बैंक से लोन लेना पड़ा है.
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