Monsoon Session 2023: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच शुक्रवार (28 जुलाई) को संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में तीखी बहस देखने को मिली. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही अचानक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. 


दरअसल, मणिपुर के हालात पर सदन में चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत विपक्ष के 47 सांसदों ने नोटिस दिया था. नोटिस को स्वीकार न किए जाने पर अपनी बात रखने के लिए डेरेक ओ ब्रायन जोर-जोर से डेस्क थपथपा रहे थे. इस पर जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्यसभा में सांसदों के व्यवहार को दुनिया देखती है. 


जगदीप धनखड़ ने जताई थी आपत्ति 


जगदीप धनखड़ की आपत्ति के बाद दोनों के बीच बहस होने लगी और धनखड़ ने कहा इस तरह से हंगाम करने की आपकी आदत बन गई है. आपको आसन का सम्मान करना चाहिए. इस पर डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि वह केवल सदन के नियमों का हवाला दे रहे थे और मणिपुर पर गंभीर चर्चा की मांग कर रहे थे. 


मणिपुर मुद्दे को लेकर सरकार पर हावी है विपक्ष


बता दें कि, कांग्रेस, टीएमसी, एसपी, आप, एनसीपी और डीएमके सहित पार्टियों के कम से कम 47 सांसदों ने शुक्रवार (28 जुलाई) को मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया था. इन दिनों लोकसभा और राज्यसभा में मानसून सत्र जारी है और विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को मणिपुर हिंसा मामले पर घेरे हुए हैं. 


पहले भी हो चुकी है दोनों के बीच बहस 


इससे पहले 24 जुलाई को भी गदीप धनखड़ और डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी. नोकझोक मणिपुर मुद्दे पर चर्चा को लेकर ही हुई थी. विपक्षी पार्टियों के सदस्यों से नियम 267 के तहत मिले नोटिस को पढ़ने के दौरान धनखड़ ने सदस्यों के नाम के साथ पार्टी का नाम नहीं लिया था. इसी पर ब्रायन विरोध किया था. 


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