No Confidence Motion: मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) की ओर से लाए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में 8 से 10 अगस्त तक बहस होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सत्र के आखिरी दिन विपक्ष के इस कदम का जवाब दे सकते हैं. अविश्वास प्रस्ताव पर बहस को लेकर स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) की ओर से मंगलवार (1 अगस्त) को बुलाई गई लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (Business Advisory Committee) की बैठक में फैसला लिया गया.


बैठक के बाद एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस 8 अगस्त को शुरू होगी और 10 अगस्त तक जारी रहेगी जब प्रधानमंत्री बहस का जवाब देंगे. आपको बताते हैं कि लोकसभा की क्या स्थिति है और कौन से दल अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में हैं और कौन विरोध में. 


क्यों बेफिक्र है बीजेपी सरकार?


लोकसभा में एनडीए के पास कुल 331 सांसद हैं. जिनमें अकेले बीजेपी के 301 सदस्य हैं. इसके अलावा 12 सांसदों वाली बीजेडी ने भी घोषणा की है कि वह अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगी. बीजेडी ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा 272 है. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव का भविष्य साफ नजर आ रहा है. 


कहां खड़े हैं विपक्षी दल?


दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन के पास लोकसभा में लगभग 140 सांसदों की कुल ताकत है. इसके अलावा एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी बीजेपी के खिलाफ जाने की बात कही है. एआईएमआईएम के लोकसभा में दो सदस्य हैं. 9 सांसदों वाली बीआरएस भी विपक्षी गठबंधन का साथ दे सकती है. वहीं बीएसपी, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, टीडीपी समेत अन्य दलों ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है. 


मणिपुर को लेकर लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव


संसद के मानसून सत्र में पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर हंगामा हो रहा है. विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर चर्चा और सदन में पीएम मोदी के बयान की मांग की है. सरकार और विपक्ष में जारी गतिरोध के बीच बुधवार (26 जुलाई) को विपक्षी दलों ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. 


(इनपुट पीटीआई से भी)

 

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