मानसून सत्र: जिन सांसदों को लगी वैक्सीन की दोनों डोज, उन्हें नहीं करवाना होगा RT-PCR टेस्ट
ओम बिड़ला ने बताया कि सांसदों, संसद स्टॉफ और मीडियाकर्मियों में कोरोना की जांच के लिए टेस्ट की व्यवस्था की गई है. हालांकि जिन सांसदों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी है उन्हें RT-PCR की जरूरत नहीं है.
नई दिल्ली: 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार तो कम हुई है लेकिन सरकार के मुताबिक खतरा अभी भी बना हुआ है. ऐसे में संसद सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
इन्हीं तैयारियों का जायजा लेने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद भवन का मुआयना किया. बिड़ला ने संसद भवन परिसर के अलावा केंद्रीय कक्ष का भी निरीक्षण किया. इस दौरान ओम बिड़ला ने अधिकारियों को कुछ जरूरी निर्देश भी दिए. बिड़ला ने अधिकारियों को खासकर सुरक्षा व्यवस्था और कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का सही तरह से पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए.
ओम बिड़ला ने बताया कि पिछले दो सत्रों की तरह इस बार भी सांसदों, संसद स्टॉफ और मीडियाकर्मियों में कोरोना की जांच के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की गई है. हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ने ये साफ किया कि जिन सांसदों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है. लोकसभा में ऐसे सांसदों की संख्या 311 है तो राज्यसभा में ऐसे करीब 180 सांसद हैं. ओम बिड़ला के मुताबिक जिन सांसदों को या तो वैक्सीन की एक डोज लगी है या जिन्हें एक भी नहीं लगी है, उनसे टेस्ट करवाने का आग्रह किया जाता है.
कई जगहों का किया मुआयना
ओम बिड़ला ने संसद भवन परिसर स्थित गांधी प्रतिमा, मुख्य द्वार और मीडिया स्टैंड समेत कई जगहों का मुआयना किया. इस बार सत्र के दौरान दोनों सदन अलग-अलग नहीं, बल्कि एक समय में चला करेंगे. दोनों ही सदनों की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी. सांसदों के लिए पहले की तरह अपने सदन और उसकी पब्लिक गैलरी में बैठने की व्यवस्था होगी. मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा.
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