Moradabad Riots: योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में 1980 में हुए मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का फैसला लिया है. मुरादाबाद दंगों की जांच रिपोर्ट को विधानसभा पटल पर रखने का निर्णय सरकार ने लिया है.
अगस्त 1980 को मुरादाबाद में ईदगाह में दंगे भड़के थे.इसे लेकर जस्टिस सक्सेना की कमेटी ने रिपोर्ट बनाई थी. अब रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की बात सामने आने के बाद राजनीतिक रस्साकशी शुरू हो गई है.
1980 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ईदगाह में दंगे भड़क गए थे. इसको लेकर मुस्लिम आक्रोशित हो गए और स्थानीय दुकानों पर हमले किए गए जवाबी हमले के बाद भारी दंगा हो गया था जिसमें कई मुस्लिमों की जान गई थी.
जस्टिस सक्सेना आयोग ने इस मामले में 20 फरवरी 1983 को रिपोर्ट सौंपी. 40 साल गुजर जाने के बाद सरकार अब इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने जा रही है, इस दंगे में मुस्लिम और वाल्मीकि समाज आमने-सामने रहा था .
'जनता तय करेगी, सच को छुपाना नहीं चाहिए'
मुरादाबाद दंगे की रिपोर्ट सार्वजनिक होगी इसके क्या नफा नुकसान है. इस पर एक्सपर्ट का कहना है की बीजेपी सरकार को फायदा मिलेगा. इससे वो बहुसंख्यकों को साथ लाने में सफल होगी और बता पाएगी कि उस दौरान दंगों में कांग्रेस सरकार में क्या-क्या हुआ. इस रिपोर्ट को बयां करने के अलग अलग मायने होंगे, क्योंकि कैसे भी हो बीजेपी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ फायदे में रहेंगे.
वहीं बीजेपी के नेताओं का कहना है कि सरकार वही काम करती है जो प्रदेश के हित में होता है, जनता के लिए होता है. सच का सच सामने आ जाता है तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. जो झूठ बोलते हैं उनका चेहरा बेनकाब होगा, सच्चाई सामने आएगी रिपोर्ट सामने आने दीजिए. जिसकी भी जो कमियां होंगी सामने आएगी. जनता तय करेगी सच को छुपाना नहीं चाहिए दबाना नहीं चाहिए.
निशाना सीधे कांग्रेस पर है
दंगों को लेकर समाजवादी पार्टी कांग्रेस पर आक्रामक है. सपा के नेता अमीक जमाई ने एबीपी न्यूज से कहा कि देश में जितने भी दंगे हुए कांग्रेस के राज में हुए और उसमें जो शामिल हुए उसने बीजेपी जनसंघ के लोग हो गए.
सरकार 1980 की रिपोर्ट सार्वजनिक कर रही है ये अच्छी बात है. प्रदेश में जितने भी दंगे हुए उस पर भी बात कैबिनेट में उठनी चाहिए. सपा के नेता दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के साथ टारगेट किलिंग करके कांग्रेस खत्म हो गई और अब बीजेपी भी 2024 के बाद खत्म हो जाएगी.
मुरादाबाद दंगे की रिपोर्ट को लेकर निशाना सीधे कांग्रेस पर है. वहीं कांग्रेस गोलमोल बात कर रही है. कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि सरकार आयोग का गठन करे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
बीजेपी दरकती जमीन थामने के लिए 1980 की बात कर रही है. वो महंगाई की चर्चा नहीं कर रही है, बेरोजगारी पर चर्चा नहीं कर रही है, किसानों की चर्चा नहीं कर रही. बीजेपी ने जो वादे किए थे आज उनकी चर्चा नहीं हो रही है.
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