अयोध्या में राम जन्मभूमि पर रामलला के मंदिर की नींव 5 अगस्त को रखी जाएगी. इससे पहले मशहूर कथा वाचक मोरारी बापू ने राम मंदिर निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये का दान देने का ऐलान किया है. संत मोरारी बापू ने प्रवचन के दौरान कहा, 'राम मंदिर निर्माण के लिए हमारे आश्रम की ओर से 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. साथ ही प्रभु श्रीराम के सभी भक्त की ओर से 5 करोड़ रुपये दान दिया जाएगा. ये प्रभु श्री राम के चरण में एक तुलसीपत्र के रूप में भेट होगी.'
भूमि पूजन के लिए हरिद्वार से अयोध्या भेजा जा रहा है गंगाजल
राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल भेजा जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में गंगाजल और उत्तराखंड के सिद्ध पीठों की मिट्टी भेजने का फैसला भी किया है. सोमवार को हरिद्वार हर की पौड़ी पर मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना कर गंगाजल कलश में भरा गया, साथ ही एक कलश में गंगा की रेत को भी भरा गया. कलश को विश्व हिंदू परिषद अयोध्या पहुंचाएगी. इसके अलावा वीएचपी आने वाले दिनों में मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने का काम भी करेगी.
रामलला की दर्शन अवधि में हुआ बदलाव
भगवान रामलला की दर्शन अवधि में बदलाव किया गया है. यहां पर दर्शन का समय एक घंटा के लिए बढ़ाया गया है. अयोध्या में प्रथम पाली में दर्शन का समय एक घंटा बढ़ाया गया. अब प्रथम पाली में रामलला के दर्शन सुबह 7 बजे से 12 बजे तक हो सकेंगे. यहां पर विश्राम के बाद दूसरी पाली में दो बजे से छह बजे तक दर्शन होते हैं. पहले प्रथम पाली में 7 बजे से 11 बजे तक दर्शन होते थे. राम मंदिर निर्माण की हलचलों की बीच यहां श्रद्घालुओं की आमद भी बढ़ गई है, जिसके कारण अयोध्या में भक्तों भीड़ देखी जा रही है.
राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण शनिवार व रविवार को लॉकडाउन के दिन केवल स्थानीय लोग ही राम लला का दर्शन करते हैं. यहां पर बाहर से आने वालों के लिए सिर्फ पांच दिन ही दर्शन सुलभ हो पाता है. इसी कारण पांच दिन काफी भीड़ होती है. पांच दिन तक बढ़ती भीड़ के कारण रामलला की दर्शन अवधि में बदलाव किया गया है. दर्शन के लिए बढ़ाया गया यह समय अग्रिम आदेश तक लागू रहेगा.
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