Morbi Bridge Collapse: मोरबी में हुए पुल हादसे में करीब 141 लोगों की मौत हो गई. इसको लेकर आज शाम राजकोट (Rajkot) रेंज के आईजी अशोक यादव (Ashok Yadav) ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अब तक के रेस्क्यू ऑपरेशन (Morbi Rescue) के बारे में जानकारी दी. कल से लेकर अब तक हुए इस हादसे की 10 बड़ी बातें हम आपको बताएंगे.
- रविवार शाम 7 बजे हुए इस हादसे में अब तक कुल 141 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में सबसे ज्यादा 47 बच्चे हैं जिनकी नदी में डूबने से मौत हो गई.
- आईजी अशोक यादव ने बताया कि पुलिस ने सोमवार (31 अक्टूबर) को मामले में गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज कर हादसे से जुड़े 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.
- भारत की शीर्ष फोरेंसिक प्रयोगशाला से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक मोरबी में माछू नदी पर बना यह पुल लोगों की भारी भीड़ जुटने की वजह से टूट गया. ब्रिटिश शासन के दौरान बना यह पुल पिछले सात महीनों से बंद था.
- सूत्रों ने बताया कि फॉरेंसिक विभाग से जुड़े अधिकारियों ने गैस कटर से पुल टूटने के नमूने इकट्ठा किये. उन्होंने पाया कि पुल लोगों की भारी भीड़ की वजह से टूट गया. सूत्रों के मुताबिक भारी भीड़ की वजह से पुल की संरचना पर काफी प्रभाव पड़ा और वह कमजोर होकर टूट गया.
- हादसे के बाद से लेकर अब तक के रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के लगभग 300 जवान तैनात किये गये हैं. इंजीनियर स्टोर से लैस सेना की टुकड़ियां बचाव अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नौसेना और तटरक्षक बल के साथ काम कर रही है.
- सेना ने अपने बयान में बताया कि हादसे के बाद शाम 8:40 मिनट पर सेना को डिप्लॉयमेंट का आदेश मिला और 9:30 बजे सेना का पहला कॉलम हादसे की जगह पर पहुंच गया और बचाव अभियान शुरू कर दिया.
- हादसे वाले इस पुल की मरम्मत ओरेवा समूह ने की थी. जोकि गुजरात का एक घड़ी निर्माता समूह है. ओरेवा समूह ने सदी पुराने पुल की मरम्मत की थी. मरम्मत के लिए सात महीने लगाने के बाद 26 अक्टूबर को ओरेवा समूह ने गुजराती नव वर्ष के मौके पर इस पुल को बगैर जरूरी फिटनेस सर्टिफिकेट लिए ही खोल दिया.
- 170 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. मानवीय आपदा के लिए अहम एजेंसी नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स यानी NDRF ने ज्वाइंट रेस्क्यू ऑपरेशन पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि अब तक 134 लोगों के शव नदी से निकाले जा चुके हैं और लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में एक रैली में घटना का जिक्र करते हुए भावुक हो गये. उन्होंने कहा कि भले मैं यहां पर हूं लेकिन मेरा मन वहीं लगा हुआ है.
- गुजरात के बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने घटना के लिए सरकार को नैतिक रूप से जिम्मेदार माना है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि ये जिम्मेदारी हमारी है क्योंकि सरकार हमारी है, जिले का प्रशासन हमारा है, कलेक्टर हमारा है, नगर पालिका जिले के प्रशासन के अंतर्गत आती है और जिला सरकार के नियंत्रण में आता है इसलिए नैतिक जिम्मेदारी सरकार की है.