Morbi Bridge Collapse: गुजरात (Gujarat) के मोरबी में केबल टूटने से हुए हादसे में मारे गये लोगों के सम्मान में मोरबी बार एसोसिएशन (Morbi Bar Association) ने बड़ा फैसला किया है. एसोसिएशन ने कहा है कि मोरबी हादसे में शामिल आरोपियों के बचाव में जिले का कोई भी वकील केस नहीं लड़ेगा. रविवार (30 अक्टूबर) को हुए इस हादसे में अबतक 136 लोगों की मौत हो गई तो वहीं कुल 170 लोगों को राहत और बचाव कर्मियों ने रेस्क्यू किया है. 


इससे पहले मंगलवार (1 नवंबर) को पीएम मोदी ने मोरबी में दुर्घटना स्थल का दौरा कर वहां पर जारी तलाशी और बचाव अभियान का जायजा लिया. उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ भी बैठक की. 


पीएम मोदी ने घायलों से की मुलाकात
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को हादसे के बाद चलाये जा रहे राहत अभियान के बारे में जानकारी दी. रविवार को इस पुल के टूट जाने से मच्छु नदी में गिर कर 135 लोगों की मौत हो गयी. प्रधानमंत्री ने मौके पर पहुंचने से पहले इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया. अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना स्थल का मुआयना करने के बाद उन्होंने अस्पताल में जाकर इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात की.


प्रधानमंत्री ने अस्पताल में करीब 15 मिनट बिताये और कम से कम छह घायलों से बातचीत की. गुजरात के स्वास्थ्य सचिव मनोज अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा की पीएम मोदी ने घायलों से मुलाकात की और सहानुभूति के साथ उनसे घटना के बारे में पूछा. उन्होंने अस्पताल में चल रहे उपचार के बारे में भी उनसे बात की.


घायलों के रिश्तेदार से की मुलाकात
यह पुल दरबारगढ़ पैलेस को स्वामीनारायण मंदिर से जोड़ता था. पीएम दरबारगढ़ पैलेस पहुंचे जहां अधिकारियों ने उनको हादसे की जानकारी दी और पुल गिरने के संभावित कारणों के बारे में भी बताया. इसके बाद वह मोरबी के जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यालय गये और वहां स्थानीय अधिकारियों और घायलों के रिश्तेदारों से मिले. लगभग एक घंटे के दौरे के बाद पीएम हेलीकॉप्टर से अहमदाबाद के लिए रवाना हो गये.


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