दिल्ली स्पेशल सेल की करवाई के बाद ये बात तो साफ़ हो गई है की मुंबई में आतंकी ख़तरा था जो फ़िलहाल के लिए टल गया. पर इसी दौरान महाराष्ट्र एटीएस के मुंबई में जितने यूनिट हैं उनके ख़स्ताहाल होने की बात सामने आ गई है. गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक़ मुंबई एटीएस में बल की कमी है जिसकी वजह से जो लोग फ़िलहाल मुंबई में पोस्टेड हैं उनपर काम का लोड ज़्यादा बढ़ता जा रहा है.


मुंबई में एटीएस के कार्यालय कालाचौकी, नागपाड़ा, जुहु, क़ूरार और विक्रोलि में है. मुंबई ऐसा शहर है जिसने कई बार आतंकी हमलों को देखा है और हर समय मुंबई की सुरक्षा को अपग्रेड करने के दावे किए गए हैं.


100 से ज्यादा पद खाली


गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया की मुंबई एटीएस में 100 से ज़्यादा लोगों के जगह ख़ाली है जिसने 50 के क़रीब अधिकारी दर्जे के अधिकारी हैं तो 50 के क़रीब कोंस्टेबल दर्जे के कर्मचारी हैं.


इसके अलावा चौंका देने वाली बात यह भी है की मुंबई एटीएस में कुल 5 एसीपी दर्जे के अधिकारी के पद हैं पर फ़िलहाल यहां एक भी एसीपी दर्जे का अधिकारी पोस्टेड नहीं है, एटीएस के बहुत से से मामलों में UAPA की धाराओं का इस्तेमाल होता है ऐसे में जो भी मामले UAPA के तहत दर्ज हुए होते हैं उनकी जांच एसीपी दर्जे का अधिकारी ही करता है.


आपको बता दें की कुछ दिनो पहले दिल्ली स्पेशल सेल ने 6 संदिग्ध आतंकियों को राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया गया है इनमें से दो आरोपी मस्कट के रास्ते से पाकिस्तान गए और वहाँ आतंकी ट्रेनिंग ली, बाक़ी आरोपियों को भारत में अलग अलग काम दिए गए थे.


दिल्ली स्पेशल सेल में जांच के दौरान यह दावा किया है की यह संदिग्ध आतंकी महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आतंकी साज़िश को अंजाम देने की तैयारी में थे और इन लोगों में से एक ने तो मुंबई के लोकल ट्रेन की भी रेकी की थी.



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