नई दिल्ली: भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच इस संक्रमण से निपटने के केंद्र सरकार और राज्य सरकारें हर मुमकिन कोशिश कर रही हैं. केंद्र सरकार कोरोना बीमारी से लड़ने में राज्य सरकार की हर संभव मदद कर रही है जिनमें दवा, पीपीई, वेंटिलेटर जैसे मेडिकल सुविधाओं की सप्लाई भी शामिल है.


COVID-19 सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ, केंद्र राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों को अपने प्रयासों से मुफ्त में चिकित्सा आपूर्ति प्रदान कर रहा है.


भारत सरकार द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले अधिकांश उत्पादों को शुरुआत में देश में निर्मित नहीं किया गया था और महामारी के कारण वैश्विक मांग बहुत थी जिसके परिणामस्वरूप विदेशी बाजारों में इन उत्पादों की उतनी उपलब्धता नहीं थी.


हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW), कपड़ा मंत्रालय और फार्मास्यूटिकल्स मंत्रालय, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और अन्य घरेलू उद्योग के संयुक्त प्रयासों के साथ इस दौरान आवश्यक चिकित्सा उपकरणों जैसे पीपीई, एन 95 मास्क, वेंटिलेटर आदि का निर्माण और आपूर्ति की गई है.


-1 अप्रैल के बाद से, केंद्र ने 2.02 करोड़ से ज्यादा एन 95 मास्क और 1.18 करोड़ से ज्यादा पीपीई किट राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को मुफ्त में वितरित किए हैं. साथ ही, 6.12 करोड़ से अधिक HCQ टैबलेट भी दी हैं.


-11,300 देश मे बने वेंटीलेटर्स दिए जा चुके हैं.


-स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों को 1.02 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई कर रहा है.


-वहीं महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु जहां सबसे ज्यादा केस है वहां भी इन मेडिकल इक्विपमेंट और दवा पहुंचाई गई हैं. अभी तक 7.81 लाख पीपीई किट 12.76 लाख N 95 MASK दिल्ली को दिए गए हैं. 11.78 लाख पीपीई किट और 20.64 N 95 मास्क महाराष्ट्र को और 5.39 लाख पीपीई किट और 9.81 लाख N 95 मास्क तमिलनाडु को दिया जा चुका है.


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