नई दिल्लीः राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण के 59वें दिन शाम 7 बजे तक कुल 18,63,623 वैक्सीन की खुराक दी गई. इनमें से 15 लाख 98 हजार 136 लाभार्थियों को पहली खुराक के लिए टीका लगाया गया और 2 लाख 65 हजार 487 हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना के टीके की दूसरी खुराक दी गई थी.


देशभर में लग रही कोरोना वैक्सीन
सोमवार को 52 हजार 766 हेल्थकेयर वर्कर को पहली और 92 हजार 495 हेल्थकेयर वर्करों को दूसरी डोज दी गई. इसी तरह 86 हजार 56 फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली और 1 लाख 72 हजार 992 फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना टीके की दूसरी खुराक दी गई. वहीं, 45 साल से ज्यादा गंभीर बीमारी से ग्रसित 2 लाख 32 हजार 483 लाभार्थियों को टीके की पहली डोज लगी. जबकि 60 साल से ज्यादा 12 लाख 26 हजार 831 लाभार्थियों को टीकाकरण हुआ. इस तरह से 15 लाख 98 हजार136 लोगों को पहली और 2 लाख 65 हजार 487 दूसरी डोज दी गई.


अब तक 74 लाख 8 हजार 521 हेल्थकेयर वर्करों को पहली खुराक और 43 लाख 97 हजार 613 हेल्थकेयर वर्करों को दूसरी खुराक दी गई है. वहीं, 74 लाख 26 हजार 479 फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज और 13 लाख 23 हजार 527 फ्रंटलाइन वर्करों को दूसरी डोज दी जा चुकी है. इसके अलावा 45 साल से ज्यादा गंभीर बीमारी से ग्रसित 16 लाख 96 हजार 497 लाभार्थीयों और 95 लाख19 हजार 24 लाभार्थी जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है उन्हें कोरोना के टीके की पहली डोज लग चुकी है.


16 जनवरी से शुरू हुआ टीकाकरण अभियान
देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था. कोरोना टीकाकरण के अगले चरण की शुरुआत 1 मार्च से शुरू हुआ था जिसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के साथ 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है उनका टीकाकरण शुरू हुआ था.


भारत में पिछले 24 घंटों में देश में 23 हजार 291 नए मामले सामने आए हैं और 118 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है. इसके साथ ही भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1 करोड़ 13 लाख 85 हजार 339 हो गई है. जिसमें से 1 लाख 58 हजार 725 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हो गई है, जबकि 1 करोड़ 10 लाख 7 हजार 352 मरीज संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके है. भारत में 2 लाख 19 हजार 262 एक्टिव केस है.


इसे भी पढ़ेंः
अभिषेक बनर्जी का तंज, अमित शाह की रैली से ज्यादा लोग तो 'JCB की खुदाई' देखने जुट जाते हैं


पिछले पांच सालों में भारत के हथियारों के आयात में 33 प्रतिशत की आई गिरावट, ग्लोबल थिंकटैंक सिपरी की रिपोर्ट में खुलासा