नई दिल्ली: भारत में सबसे पहला कोरोना का केस 30 जनवरी को रिपोर्ट हुआ था. इसके बाद धीरे धीरे नंबर बढ़ने लगे. इसके बाद एक लाख केस होने में 110 दिन लगे. लेकिन उसके बाद तेजी से केस बढ़ने लगे और सिर्फ 143 दिनों में चार लाख से ज्यादा केस रिपोर्ट हो चुके है.


पहला केस के आने 110 दिन बाद 19 मई को एक लाख केस हुए थे. तब तक भारत में पॉजिटिविटी रेट 4.89 फीसदी थी. यानी एक दिन में टेस्ट किए जा रहे लोगों में इतने फीसदी लोग पॉजिटिव आते थे.


इसके बाद अगले पंद्रह दिनों में ही कोरोना संक्रमण के मामले दो लाख से ज्यादा हो गए. 3 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2,07,615 हो है. वहीं उस दिन पॉजिटिविटी रेट 6.49 फीसदी हो गया.


अगले दस दिनों में भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन लाख के पार हो गई. 13 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों 3,08,993 हो गई. वहीं पॉजिटिविटी रेट की बात करे तो वो 7.97 फीसदी हो गई.


इसके बाद अगले एक लाख केस सिर्फ आठ दिन में ही जुड़ गए. 21 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 4,10,461 हो गई. इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट में भी बढ़ोतरी हुई और पॉजिटिविटी रेट 8.08 फीसदी हो गई.


यानी पहले केस से एक लाख केस पहुंचने में 110 दिन लगे. वहीं दो लाख केस अगले 15 दिनों में बढ़े. वहीं अगले एक लाख केस सिर्फ 10 दिन में उसके बाद आठ दिन में एक लाख केस सामने आए. 143 दिनों में भारत में चार लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं.


भारत में अब तक कुल 4,10,461 कोरोना के केस हैं. जिनमे से 2,27,756 मरीज ठीक हो चुके है जबकि 13,254 मरीजों की मौत हुई है. पिछले 24 घन्टे में सबसे ज़्यादा 15,413 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं और 306 मरीजों की मौत हुई है. इस समय रिकवरी रेट 55.48 फीसदी है.


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