नई दिल्ली: 600 से ज्यादा रिटायर्ड सशस्त्र बलों के अधिकारियों ने स्टेटमेंट साइन कर मुंबई में पूर्व नेवी अधिकारी मदन शर्मा पर हुए हमले की निंदा की है. इन तमाम पूर्व अधिकारियों ने एक स्टेटमेंट जारी किया है, जिसमें उन्होंने शिवसेना के कार्यकर्ता की ओर से की गई मारपीट पर गुस्सा ज़ाहिर किया है और ऐसी घटना का कड़े शब्दों में विरोध किया है.


पूर्व नेवी अधिकारी पर हुए हमले का विरोध करने वालों में रिटायर्ड एयर चीफ मार्शल प्रदीप नाइक भी शामिल हैं. उनके अलावा तीन रिटायर्ड वाइस एडमिरल रैंक के अधिकारी हैं. 5 एयर मार्शल, 31 लेफ्टिनेंट जनरल, 44 मेजर जनरल, जिनमें रियर एडमिरल और एयर वाइस मार्शल भी शामिल हैं और 40 कोमोडोर स्तर के पूर्व अधिकारी हैं.


क्या कहा है स्टेटमेंट में
सेना के पूर्व अधिकारियों की ओर से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है कि ये चौंकाने वाला और अस्वीकार्य है कि मुंबई में रिटायर्ड सशस्त्र बलों के अधिकारियों के साथ गुंडागर्दी हो, जैसा कि नेवी के रिटायर्ड अधिकारी मदन शर्मा के मामले में हुआ, उनके साथ शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह से मारपीट की, जिससे वो घायल हो गए.


हम सशस्त्र बलों के रिटायर्ड अधिकारी नेवी के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा के खिलाफ शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. और इस बात की भी निंदा करते हैं कि क्रिमिनल्स का राजनीतिक जुड़ाव होने के चलते और संगठित षडयंत्र के तहत इस मामले में इंसाफ से इंकार किया गया.


क्या है पूरा मामला?
65 साल के पीड़ित मदन शर्मा कांदिवली के निवासी हैं, जिन्होंने कथित तौर पर अपनी सोसायटी के सदस्यों को व्हाट्सएप ग्रुप पर एक ऐसा कार्टून साझा किया था, जिसमें उद्धव ठाकरे को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार की तस्वीरों के सामने हाथ जोड़े दिखाया गया. उनकी बेटी शीला शर्मा ने कहा, हालांकि, सोसायटी में किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी और किसी ने कार्टून को कदम को भेज दिया.


समता नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि ये कार्टून शाखा प्रमुख कमलेश कदम को आपत्तिजनक लगी और उनके साथ कई शिवसैनिकों ने शुक्रवार को कांदिवली पूर्व में शर्मा पर धावा बोल दिया. समूह में आए करीब 8-10 लोग, जो कथित तौर पर शिवसैनिक थे, उन्होंने शर्मा पर सोसायटी के परिसर में हमला किया. शर्मा को हालांकि गंभीर चोटें नहीं आईं, लेकिन उनकी आंखों में चोट आने के कारण वह लाल और सूज गई हैं. हमले के बाद वह जल्द ही घर पहुंचने में कामयाब रहे और फिर शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन गए.


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