नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली में जघन्य अपराधों में पिछले साल की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.


पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में 1-15 अप्रैल के बीच जघन्य अपराध के 221 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इसी दौरान साल 2020 में ऐसे 66 मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक पिछले साल 1-15 अप्रैल के बीच कुल 10,579 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल इसी अवधि में कुल 2,574 मामले दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि हत्या और बलात्कार के मामलों में 75 प्रतिशत से भी अधिक की कमी आई है.


वहीं अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि हिंदूराव अस्पताल में तैनात दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. खजूरी इलाके में रहने वाले इस पुलिसकर्मी के परिवार के सदस्यों को क्वारंटीन में रहने को कहा गया है.


इस बीच दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कर्तव्य का निर्वहन करने के दौरान किसी भी पुलिसकर्मी या अधिकारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर एक लाख रुपये का अनुदान देने को मंजूरी दी है. उधर नई दिल्ली जिला पुलिस ने पुलिसकर्मियों को इस महामारी से बचाने के लिए कोरोना वायरस एंटी इन्फेक्शन सेल का गठन किया है.


अधिकारियों ने बताया कि सेल के तहत गठित टीमों को हाथ से संचालित होने वाली सेनेटाइजर मशीनें और एंटी इन्फेक्शन केमिकल दिया जाएगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक हर पारी के बाद नई दिल्ली जिला पुलिस के सभी थानों, इमारतों, पुलिस कॉलोनी, पुलिस के वाहन और बेरिकेड भी सैनिटाइज किए जाएंगे.


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