गुजरात में तेजी से खत्म हो रहे गिद्ध, 15 साल में 70 फीसदी तक गायब
2016 की गणना के मुताबिक, गुजरात में गिद्धों की संख्या 999 थी जबकि 2018 में अनुमानित तौर पर इसका आंकड़ा घटकर 820 रह गया. गिद्धों के लुप्त होने के लेकर लोकसभा में भी चर्चा की गई थी.
गुजरात में पिछले 15 सालों के दौरान गिद्धों की संख्या में तेजी के साथ गिरावट आई है. यानी, 2005 से लेकर अब तक गिद्धों की संख्या 70 फीसदी कम हो गई है. 2018 में जो गणना हुआ थी उसमें यह बात निकलकर सामने आई थी और उसके बाद से यह गिरावट का दौर लगातार जारी है. 2016 से लेकर 2018 के बीच इसकी संख्या में करीब 18 फीसदी की कमी आई है.
2016 की गणना के मुताबिक, गुजरात में गिद्धों की संख्या 999 थी जबकि 2018 में अनुमानित तौर पर इसका आंकड़ा घटकर 820 रह गया. गिद्धों के लुप्त होने के लेकर लोकसभा में भी चर्चा की गई थी.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पक्षी की गणना में लगे एक अधिकारी ने बताया कि साल 2005 में राज्य में गिद्धों की संख्या 2642 थी, जिसमें 2007 में 48 फीसदी की गिरावट आई और यह आंकड़ा मात्र 1437 रह गया था. उसके बाद से इसकी संख्या में करीब 600 से ज्यादा की कमी आई है. 2018 की गणना से यह जाहिर होता है कि 2005 के मुकाबले कछ में 800 गिद्धों की संख्या में कमी आई है. सूरत में सूरत नगर निगम इलाका समेत यहां से 300 गिद्ध गायब हुआ है और अब यहां पर इसकी संख्या ना के बराबर रह गई है.
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