नई दिल्ली: जनवरी में भारत में जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच के लिए सिर्फ एक टेस्टिंग लैब थी, लेकिन आज भारत में कोरोना की टेस्टिंग के लिए एक हजार लैब हो गए है. वहीं आरटी पीसीआर के आलावा भी कोरोना के लिए टेस्ट किए जा रहे हैं, जिसमें Truenat और CBNAAT शामिल हैं.


23 जनवरी तक भारत में सिर्फ NIV, Pune टेस्टिंग लैब थी, जिसमें कोरोना का टेस्ट होता था. दो महीने बाद यानी 23 मार्च तक भारत में 160 टेस्टिंग लैब हो गए और 23 जून को भारत में कुल एक हजार टेस्टिंग लैब हैं, जिसमें से 730 सरकारी लैब हैं जबकि 270 प्राइवेट लैब हैं.


23 जून को भारत में हुए दो लाख से ज्यादा टेस्ट


इसके साथ ही भारत में हर दिन अब दो लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं. 23 जून को एक दिन में 2 लाख 15 हजार 195 सैंपल टेस्ट किए गए. भारत में अब तक कुल 73 लाख 52 हजार 911 सैंपल टेस्ट किए गए हैं. आपको बता दें कि भारत में एक दिन में तीन लाख कोरोना टेस्ट करने की क्षमता है.


आईसीएमआर का मानना है कि कोरोना को सिर्फ टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट के जरिए ही खत्म किया जा सकता है. भारत में सबसे पहला कोरोना संक्रमण का केस 30 जनवरी को रिपोर्ट हुआ था, उसके बाद लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं. बढ़ते केस के साथ साथ भारत में कोरोना को टेस्ट करने के लिए लैब भी बढ़ते चले गए. वर्तमान में भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या चार लाख 56 हजार के पार पहुंच गई है.


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