एक्सप्लोरर

नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर जांच एजेंसियों का शिकंजा, 5649 करोड़ के हीरे-जवाहरात बरामद

नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है. कल भी देश भर में इन दोनों के करीब 35 ठिकानों पर छापेमारी की गई जिसमें प्रवर्तन निदेशालय ने 549 करोड़ के हीरे जवाहरात बरामद करने का दावा किया है.

नई दिल्ली: नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है. कल भी देश भर में इन दोनों के करीब 35 ठिकानों पर छापेमारी की गई जिसमें प्रवर्तन निदेशालय ने 549 करोड़ के हीरे जवाहरात बरामद करने का दावा किया है. अब तक करीब साढ़े पांच सौ करोड़ कीमत के हीरे जवाहरात बरामद हो चुके हैं.

घोटालेबाज भाग गए पर उनके ठिकानों पर जमकर छापेमारी हो रही है, प्रवर्तन निदेशालय इस छापेमारी में बड़ी बरामदगी का दावा कर रहा है. शुक्रवार को लगभग 35 ठिकानों पर हुई छापेमारी में 549 करोड़ के हीरे जवाहरात बरामद किए गए. इससे पहले गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने करीब 5100 करोड़ की बरामदगी दिखाई थी.

अब तक बरामद साढ़े 5 हजार करोड़ के सामान का मतलब है कि 11500 करोड़ के घोटाले में से लगभग आधी रकम जांच एजेंसियों के हाथ लग चुकी है लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय ने इतनी जल्दी बरामद सामान की कीमत कैसे तय कर ली.

पूर्व सहायक निदेशक ईडी मानसिंह यादव कहते हैं कि जब ईडी कहीं भी तलाशी लेती है और कुछ भी आपत्तिजनक मिलता है तो उसके लिए उनके साथ या तो एक्सपर्ट जाता है या फिर कंपनी के स्टॉक रजिस्टर में जो कीमत होती है उसके आधार पर वो मूल्यांकन करते हैं.

प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व सहायक निदेशक मान सिंह यादव के मुताबिक अभी जो कुछ भी बरामद किया जा रहा है वो शिकायकर्ता के तौर पर पंजाब नेशनल बैंक को मिल सकता है लेकिन ये एक लंबी प्रक्रिया है. अनुमान के मुताबिक इस प्रक्रिया में 5 साल तक का वक्त भी लग सकता है.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'मुस्लिम बहुल राज्य था, इसलिए जम्मू-कश्मीर को बना दिया केंद्र शासित प्रदेश', फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
'मुस्लिम बहुल राज्य था, इसलिए जम्मू-कश्मीर को बना दिया केंद्र शासित प्रदेश', फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
'हम आपका पूरा सपोर्ट करेंगे', आतिशी के मुख्यमंत्री बनने पर बोले BJP सांसद मनोज तिवारी
'हम आपका पूरा सपोर्ट करेंगे', आतिशी के मुख्यमंत्री बनने पर बोले BJP सांसद मनोज तिवारी
94 साल पहले मर्सिडीज के एड में दिखी थीं ये एक्ट्रेस, कई दूसरे मामलों में भी रहीं आज की एक्ट्रेसेस से आगे
94 साल पहले मर्सिडीज के एड में दिखी थीं ये एक्ट्रेस, कहा जाता है 'हिंदी फिल्मों की मां'
महज 34 मैचों में ऋषभ पंत ने की MS Dhoni की बराबरी, चेन्नई टेस्ट में हासिल किया बड़ा मुकाम
महज 34 मैचों में ऋषभ पंत ने की MS Dhoni की बराबरी, चेन्नई टेस्ट में हासिल किया बड़ा मुकाम
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Pawan Singh & Khesari पर हुआ Stardom हावी? लड़ाई ना करें तो हो जाएंगे गायब?Nawazuddin Siddiqui talks about 'Saiyaan Ki Bandook', Bond with BPraak & JaaniManba Finance के IPO में निवेश से पहले जाने अहम DetailsJammu Kashmir Election: '3 परिवारों ने दहशतगर्दी फैलाई', विपक्ष पर बरसे Amit Shah | ABP News |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'मुस्लिम बहुल राज्य था, इसलिए जम्मू-कश्मीर को बना दिया केंद्र शासित प्रदेश', फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
'मुस्लिम बहुल राज्य था, इसलिए जम्मू-कश्मीर को बना दिया केंद्र शासित प्रदेश', फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
'हम आपका पूरा सपोर्ट करेंगे', आतिशी के मुख्यमंत्री बनने पर बोले BJP सांसद मनोज तिवारी
'हम आपका पूरा सपोर्ट करेंगे', आतिशी के मुख्यमंत्री बनने पर बोले BJP सांसद मनोज तिवारी
94 साल पहले मर्सिडीज के एड में दिखी थीं ये एक्ट्रेस, कई दूसरे मामलों में भी रहीं आज की एक्ट्रेसेस से आगे
94 साल पहले मर्सिडीज के एड में दिखी थीं ये एक्ट्रेस, कहा जाता है 'हिंदी फिल्मों की मां'
महज 34 मैचों में ऋषभ पंत ने की MS Dhoni की बराबरी, चेन्नई टेस्ट में हासिल किया बड़ा मुकाम
महज 34 मैचों में ऋषभ पंत ने की MS Dhoni की बराबरी, चेन्नई टेस्ट में हासिल किया बड़ा मुकाम
CBDT: जानिए क्या है विवाद से विश्वास स्कीम, इनकम टैक्स से जुड़े केसों का चुटकी में करेगी समाधान
जानिए क्या है विवाद से विश्वास स्कीम, इनकम टैक्स से जुड़े केसों का चुटकी में करेगी समाधान
बीजेपी का ये विधायक रेप के आरोप में हुआ गिरफ्तार, कोर्ट के इस आदेश ने बढ़ा दी टेंशन!
बीजेपी का ये विधायक रेप के आरोप में हुआ गिरफ्तार, कोर्ट के इस आदेश ने बढ़ा दी टेंशन!
18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फायदे का सौदा हैं ये सरकारी योजनाएं, जान लीजिए नाम
18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फायदे का सौदा हैं ये सरकारी योजनाएं, जान लीजिए नाम
क्यों शुक्र ग्रह पर है इसरो की नजर? क्या है कारण
क्यों शुक्र ग्रह पर है इसरो की नजर? क्या है कारण
Embed widget