नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर में एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश के दौरान मंगलवार को मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक मेजर कौस्तुक राणे समेत चार जवान शहीद हो गए थे. घुसपैठ की इस कोशिश को नाकाम कर दिया गया. इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर हो गए. शहीद मेजर कौस्तुक राणे का पार्थिव शरीर मंबई लाया गया, शहीद मेजर को आज दी जाएगी अंतिम विदाई. साथ ही गुरेज में शहीद तीन जवानों का भी आज अंतिम संस्कार होगा.


रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि बांदीपोरा के गुरेज सेक्टर की नियंत्रण रेखा की तरफ से आतंकवादियों के एक समूह ने घुसपैठ करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "नियंत्रण रेखा के हमारे तरफ उनकी घुसपैठ की कोशिश को देखकर उन्हें चुनौती दी गई. इस मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया."


कालिया ने कहा, "इस अभियान में एक मेजर सहित चार जवान शहीद हुए हैं." सूत्रों ने कहा कि सीमा के सेक्टर पर मुठभेड़ में जुटे जवानों के सहयोग के लिए पैरा कमांडो भी पहुंचे हुए हैं. प्रवक्ता ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर जवानों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान सेना ने संघर्षविराम का उल्लंघन कर आतंकवादियों के लिए कवर फायर किया.