Anti Drug Campaign: दिल्ली से उठी 'हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो' की गूंज, केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने बताई आपबीती
Hindustaniyon Nasha Chhodo Campaign: केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के नेतृत्व में 'हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो' समारोह का आयोजन हुआ. इसमें लगभग 2 हजार लोग शामिल हुए.
Kaushal Kishore Anti Drug Campaign: दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के नेतृत्व में 'हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो' संकल्प समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में देश भर के अलग-अलग राज्यों से सभी धर्म और समाज के लगभग दो हजार लोग शामिल हुए.
कार्यक्रम में डॉक्टरों, वकीलों और छात्रों के साथ विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईआईटी, एनआईआईटी के डायरेक्टर्स मौजूद रहे, जिन्हें नशामुक्ति सेनानी की उपाधि दी गई और सभी को हर महीने कम से कम एक व्यक्ति को अपने साथ जोड़कर उसे नशामुक्त करने की पहल करनी है.
केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर 2047 तक देश को पूरी तरह से नशामुक्त और आत्मनिर्भर बनाने की उम्मीद है, इसी के चलते इस आंदोलन की शुरुआत की गई है. मंत्री ने बताया कि इस आंदोलन को शुरू करने के पीछे उनके निजी जीवन से जुड़े कई तथ्य हैं, जिन्हें उन्होंने वहां मौजूद स्कूल के छात्रों, मोटिवेशनल स्पीकर्स, क्षेत्रीय नेताओं, डॉक्टरों, खिलाड़ियों, सरकारी कर्मचारियों और मीडिया के बीच साझा किया.
छात्रों को नशा न करने की सलाह
केंद्रीय राज्य मंत्री ने छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा, ''मेरा बेटा आकाश किशोर उर्फ जैबी शराब के चक्कर में फंस गया था. मुझे चार साल बाद पता चला. नशा करने वाले चोरी से नशा करते हैं. सिर्फ 28 वर्ष की उम्र में 21 अक्टूबर 2020 में उसका अत्यधिक शराब पीने से लीवर खराब हो गया और उसकी मृत्यु हो गई.''
नशे के कारण बेटे की मौत
उन्होंने कहा, ''मैं अपने बेटे को नहीं बचा पाया ,जबकि मैं सांसद हूं और मेरी पत्नी विधायक हैं. हमने उसकी लाश को एक दिन घर में रखा. उसको जलाते समय संकल्प लिया कि यह बात पूरे देश में बताऊंगा और नशे के विरोध में अभियान चलाऊंगा. मैं अपने पोते को बिन बाप का होने से नहीं रोक पाया, अपनी बहू को विधवा होने से नहीं रोक सका, मेरी गलती थी और मैं चाहता हूं ऐसा और परिवारों के साथ न हो. मैं चाहता हूं कि लड़कियां यह संकल्प लें कि किसी भी तरह का नशा करने वाले लड़के से शादी नहीं करेंगी.''
छात्रों ने लिया संकल्प
कौशल किशोर इस उदाहरण के जरिए स्कूली छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए संकल्प लेने की सलाह देते हुए प्रण दिलवाते हैं. इस दौरान सैकड़ों छात्रों ने तालकटोरा स्टेडियम में शपथ ली कि वे नशे जैसी बुरी आदत से सदा दूर रहेंगे.
'बच्चों को नशे से बचाएं'
किशोर कहते हैं कि जब भी आप नए साल का जश्न मनाएं तो अपने दोस्तों को घर बुलाएं, चाय पिलाएं, कॉफी पिलाएं, अच्छा भोजन परोसें, लेकिन शराब, सिगरेट वाली पार्टी में बिल्कुल न जाएं. उन्होंने कहा कि अभिभावकों से मेरी गुजारिश है कि अपने बच्चों को नशे से बचाएं.
यह भी पढ़ें- Chandrayaan 3: चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह के और नजदीक पहुंचा, पढ़े ISRO का लेटेस्ट अपडेट