मुंबई: मुंबई में हुए 26/11 के हमले में अपने मां बाप को खो चुका बेबी मोशे आज मुंबई पहुंच गया है. इस हमले में यहूदी सेंटर में रहने वाले एक बच्चे मोशे होल्त्जबर्ग की जान तो बच गई थी लेकिन उसकी नजरों के सामने ही उसके माता-पिता को आतंकियों ने मार दिया था. यह घटना नरीमन हाउस में हुई थी जहां मोशे के सामने उसके माता-पिता, रब्बी गवेरियल और रिवाका होल्तजबर्ग को मार दिया था.

प्रधानमंत्री मोदी के इजराइल दौरे के दौरान मोशे उनसे मिल चुका है. मोशे फिर से नरीमन हाउस आना चाहता था, इसलिए अब वह प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ चबाद हाउस के एक समारोह में आएगा. वहां वह अपने परिवार की स्मृतियों को याद करना चाहता है.

मोशे के पिता गैवरियल हल्त्जबर्ग, नरीमन हाउस के डायरेक्टर थे. जब आतंकी हमला हुआ था तब मोशे केवल दो वर्ष का था. अपने माता-पिता के शवों के बीच मोशे रोते हुआ मिला था जिसे उसकी दाई मुश्किल से बचाकर लाई थी.

प्रधानमंत्री मोदी जुलाई 2017 में इजराइल दौरे पर थे. उन्होंने उसी दौरान 5 जुलाई को मोशो से मुलाकात की थी. मोदी ने मोशे और उनके परिवार को भारत आने के लिए आमंत्रित किया था. मोशे और उनके परिवार वालों को भारत सरकार की ओर 10 साल का वीजा दिया गया है. इस दौरान वे कभी भी भारत आ सकते हैं.

मोशे ने प्रधानमंत्री से मिलने के बाद कहा था कि वह भारत आना चाहते हैं और वह चबाद हाउस का डायरेक्टर भी बनना चाहते हैं. मोशे के नाना ने प्रधानमंत्री मोदी से तभी कहा था कि जब वह तेरह साल का हो जाएगा तब उसे भारत भेजा जाएगा.