नई दिल्लीः संसद का मॉनसून सत्र अगले कुछ हफ्तों के भीतर शुरू हो सकता है. वैसे तो यह सत्र जुलाई के आखिरी हफ्तों में शुरू हो जाता था और अगस्त मध्य तक चलता था लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते इस सत्र में देरी हुई है. अब संसद के मानसून सत्र को बुलाने के सारे इंतजाम फिलहाल अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं. यह सत्र बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके, इसको ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय में सत्र चलाने को लेकर की जा रही तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं.
लोकसभा-राज्यसभा को एक साथ जोड़ा जा रहा
सदन की कार्रवाई बिना किसी बाधा के चल सके इसको लेकर की जा रही तैयारियों के मद्देनजर राज्यसभा के चेंबर के भीतर 4 बड़ी स्क्रीन और इसके साथ ही अलग-अलग 4 गैलरियों में 6 छोटी स्क्रीन लगाने का काम किया जा रहा है.
इस तरह से संसद के दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा को एक दूसरे से जोड़ा जा रहा है. इतिहास में पहला ऐसा मौका है जब इस तरीके के इंतजाम किए जा रहे हैं और इस तरह के इंतजाम खास तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का सही से पालन हो सके उसको ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं.
सांसदों के बैठने के लिए किए जा रहे ऐसे इंतजाम
पिछले महीने लोकसभा के स्पीकर और राज्य सभा के चेयरमैन के बीच हुई बैठक के दौरान यह तय किया गया था कि संसद के दोनों सदनों का इस्तेमाल सत्र के दौरान किया जा सके. राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्यसभा के चेंबर और गैलरी इसके साथ ही लोकसभा के चैंबर्स का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इसके तहत 60 सदस्यों को चेंबर में और 51 सदस्यों को राज्यसभा की गैलरी में बैठाया जाएगा जबकि बाकी के 132 सदस्यों को लोकसभा के चेंबर में बैठाया जाएगा.
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बड़े चेहरों को ही सदन के अंदर जगह
अलग-अलग पार्टियों के सदस्यों को राज्यसभा के चेंबर और गैलरी में जगह दी जाएगी और उसके अलावा जो अतिरिक्त सदस्य होंगे, उनको लोकसभा के चेंबर में बैठाया जाएगा. राज्यसभा में प्रधानमंत्री समेत नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष समेत अलग अलग राजनीतिक दलों के नेताओं की सीट तय की जाएगी.
इसी कड़ी में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा, रामविलास पासवान और रामदास अठावले की सीट भी सुनिश्चित रहेगी. वहीं सत्तापक्ष से जुड़े केंद्रीय मंत्रियों की सीटें सत्तारूढ़ पार्टी की सीटें की जगह पर तय की जाएंगी. प्ला कार्ड के जरिए यह जानकारी दी जाएगी कि राज्यसभा की गैलरी में किन-किन पार्टी के सांसद मौजूद हैं.
तकनीक की मदद से का बिना व्यवधान कार्यवाही का प्रयास
राज्यसभा का चेंबर हो या गैलरी, हर जगह ऐसे इंतजाम किए जाएंगे जिससे कि वहां पर बैठे सांसद सदन की कार्यवाही में बिना किसी बाधा के हिस्सा ले सकें. पॉलीकार्बोनेट शीट की मदद से राज्यसभा की गैलरी और चेंबर में दूरी बनाई जाएगी क्योंकि वैसे चेंबर और गैलरी में कोई खास दूरी नहीं है. इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय से जुड़े कुछ अधिकारी ही वहां पर मौजूद रहेंगे.
इसके साथ ही एयर कंडीशनर में अल्ट्रावॉयलेट कीटाणुनाशक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा जिससे कि किसी भी तरह के वायरस को हवा में फैलने से रोका जा सके.
लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी पर प्रसारण के इंतजाम
अलग-अलग संस्थानों से जुड़े हुए पत्रकारों को विदेशी मेहमानों के लिए आरक्षित रहने वाली सीटों पर जगह दी जाएगी. इस दौरान कोशिश भी की जाएगी की संसद के सदस्य कम से कम कागजों और दस्तावेजों का इस्तेमाल करें.
यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश की गई है कि जिस दौरान सदन की कार्यवाही चल रही हो लोगों को लोकसभा या राज्यसभा की कार्यवाही टीवी पर देखने में किसी तरह की कोई दिक्कत ना आए और उसके लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं.
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