वाशिंगटन: वैज्ञानिकों ने पहली बार इस बात की पुष्टि की है कि कोविड-19 महामारी पैदा करने वाला कोरोना वायरस मच्छरों के माध्यम से नहीं फैल सकता. इससे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का दावा मजबूत होता है कि यह बीमारी मनुष्यों में मच्छरों के काटने से नहीं फैलती.


साइंटिफिक रिपोर्ट्स शोध पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पहली बार प्रायोगिक तौर पर एकत्रित आंकड़े प्रस्तुत किए गए जिनसे मच्छरों के द्वारा कोरोना वायरस के फैलने की क्षमता की जांच की जा सकती है.


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WHO ने पक्के तौर पर कहा- मच्छरों से वायरस नहीं फैल सकता


अमेरिका के कंसास स्टेट विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ता और शोध पत्र के सह लेखक स्टीफेन हिग्स ने कहा, “विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पक्के तौर पर कहा है मच्छरों से वायरस नहीं फैल सकता. हमने जो अध्ययन किया है उसमें इस दावे को पुष्ट करने के लिए पहली बार प्रामाणिक तौर पर आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं.”


विश्वविद्यालय के जैवसुरक्षा अनुसंधान संस्थान में हुए अध्ययन के अनुसार वायरस मच्छरों की तीन आम प्रजातियों में प्रजनन कर पाने में असमर्थ है और इसलिए वह मच्छरों के जरिये मनुष्यों तक नहीं पहुंच सकता.


मच्छर के भीतर जीवित नहीं रह सकता संक्रमण


वैज्ञानिकों के मुताबिक यदि किसी संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काट ले तब भी व्यक्ति के रक्त में मौजूद कोरोना वायरस मच्छर के भीतर जीवित नहीं रह सकता इसलिए उसी मच्छर द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति को काटने पर संक्रमण फैलने का खतरा नहीं है.


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