मोतिहारी: चम्पारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात किलोमीटर की पड़ यात्रा निकाली. महात्मा गांधी ने बिहार के चम्पारण से सत्याग्रह कर देश की आज़ादी की नींव डाली थी तो नीतीश ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी बड़ी मौजूदगी की तस्दीक कर दी.


गांधी का संदेश लोगों तक पहुंचाने के मौके को भुना रहे हैं नीतीश कुमार!


गांधी के संदेश को लोगों तक पहुंचाने का मौका नीतीश को खूब भा रहा है. पहले शराबबंदी कर गांधी के आर्दर्श को जनता के सामने पेश किया. अब दहेज़ प्रथा और जातिवाद को खत्म करने का संकल्प ले गांधी के पक्के अनुयायी होने का दावा भी ठोक दिया. इस दौरान नीतीश ने लोगों को ये भी बताया कि आज के दिन सौ साल पहले क्या हुआ था.


नीतीश को पीएम के रूप में देखना चाहते हैं उनके समर्थक


बीजेपी भी गांधी के स्वच्छता अभियान जैसे कई कार्यक्रमों को अपना कर गांधी का भक्त होने का दावा कर रही है तो इसका काट नीतीश करने में लगे है. मकसद साफ है 2019 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक चेहरा जो बीजेपी को शिकस्त दे सके. नीतीश कुमार खुद माने या ना माने पर उनके समर्थक उन्हें पीएम के रूप में देखना चाहते हैं.


लोगों ने लगाए नारे- 'अगला पीएम कैसा होगा, नीतीश कुमार जैसा हो'


पैदल यात्रा के बाद संबोधन के दौरान नारेबाजी करते समर्थकों के जुनून में ये जरूर दिखा. जब लोगों ने नारे लगाए, अगला पीएम कैसा होगा, नीतीश कुमार जैसा हो. गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के सौ साल के अवसर पर बिहार में कई कार्यक्रम साल भर चलेंगे. इसी बहाने नीतीश केंद्र सरकार पर हमला भी करेंगे और खुद भी विपक्षी पार्टियों के केंद्र में रहेंगे.