शाजापुर: लखनऊ के पूरे घटनाक्रम की शुरुआत मध्यप्रदेश के शाजापुर में ट्रेन में हुए धमाके से हुई थी. इसी के बाद पूरा मामला खुला और लखनऊ में आईएस आतंकी का एनकाउंटर हुआ. लखनऊ एनकाउंटर के साथ ही  होशंगाबाद, कानपुर और इटावा में हुई धरपकड़ इसी ट्रेन में हुए धमाके से जुड़ी है.


देश में पहली बार IS के आतंकी का एनकाउंटर, 11 घंटे की मुठभेड़ के बाद ATS ने सैफुल्लाह को मारा


दरअसल, कल सुबह साढ़े नौ बजे शाजापुर के जबड़ी स्टेशन से पहले इंदौर-भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन के जनरल डिब्बे में धमाका हुआ और नौ लोग घायल हो गए. धमाका इतना जबरदस्त था कि लोहे की रॉड मुड़ गई और  ट्रेन की छत में छेद हो गए.


शरुआत में इसे मोबाइल से हुआ धमाका समझा गया, लेकिन बाद में आतंकी कार्रवाई के सुराग मिल गए. शक की सुई सिमी की तरफ गई थी, जो उज्जैन में सक्रिय रहा है. लेकिन रात होते-होते खुद एमपी के सीएम ने पूरा घटना का ब्यौरा रख दिया और आईएस को जिम्मेदार बताया.


आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन है. लखनऊ में मारा गया सैफुल्लाह नाम का आतंकी आईएसआईएस का ही है.


ट्रेन में धमाके और फिर लखनऊ में संदिग्ध आतंकी के एनकाउंटर पर राजनीति भी शुरू हो गई है. सबसे पहले एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूरे मामले के खुलासे में खुफिया एजेंसियों और धरपकड़ में अपनी पुलिस की पीठ थपथपाते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व की भी तारीफ की, लेकिन कांग्रेस लखनऊ में हुए ऑपरेशन के लिए समाजवादी पार्टी की सरकार की तारीफ कर रही है.