Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने सोमवार (25 सितंबर) की रात उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सभी को चौंका दिया क्योंकि इसमें तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को भी मैदान में उतारा गया है.
एमपी के लिए दूसरी लिस्ट में बीजेपी के 39 प्रत्याशियों के नाम हैं. पहली लिस्ट में भी 39 उम्मीदवारों के नाम थे. अब तक बीजेपी मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कुल 78 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है.
दूसरी लिस्ट के माध्यम से बीजेपी कुछ मैसेज देने की कोशिश की है. वहीं, दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसा है. पलटवार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा है कि कांग्रेस हार के डर से बौखला गई है.
एमपी में बीजेपी की दूसरी लिस्ट से निकल रहे क्या-क्या मैसेज?
दूसरी लिस्ट में बीजेपी ने जिन तीन केंद्रीय मंत्रियों को उम्मीदवार बनाया है, उनमें निवास सीट से फग्गन सिंह कुलस्ते, नरसिंहपुर से प्रहलाद सिंह पटेल और दिमनी सीट से नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हैं. इनके अलावा, लोकसभा सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम सीट से, रीति पाठक को सीधी से, गणेश सिंह को सतना से और उदयप्रताप सिंह को गडरवारा से उम्मीदवार बनाया गया है. बीजेपी ने पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी मैदान में उतारा है, उन्हें इंदौर सीट से टिकट दिया है.
ये सभी नेता राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं. बीजेपी ने संकेत देने की कोशिश की है कि चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा, इसलिए हर क्षेत्र के एक बड़े नेता को उम्मीदवार बनाया जा रहा है.
क्षेत्रवार देखें तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर चंबल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. प्रहलाद पटेल बुंदेलखंड रीजन, विध्यांचल रीजन में सतना और सीधी आते हैं, जहां से पार्टी ने क्रमश: सांसद गणेश सिंह और सांसद रीती पाठक उम्मीदवार बनाया है. सांसद राकेश सिंह महाकौशल क्षेत्र और उदयप्रताप सिंह निमाड क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते पार्टी के आदिवासी चेहरे हैं. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय मालवा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
माना जा रहा है कि हर क्षेत्र से एक बड़े चेहरे को उताकर बीजेपी ने गुटबाजी खत्म करने की कोशिश की है. साथ ही हर क्षेत्र में एक मुख्यमंत्री का चेहरा पेश किया है.
शिवराज चौहान का क्या होगा?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की जो दो लिस्ट सामने आई हैं, उनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं आया है. बीजेपी ने अपने सीएम चेहरे की भी घोषणा नहीं की है. इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्या होगा और क्या बीजेपी चुनाव के बाद सीएम चेहरे को घोषित करने के मूड में हैं? हो सकता है कि इन सवालों का जवाब चुनाव के बाद मिले.
आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटेगा, बीजेपी की पॉलिसी एक परिवार से एक को टिकट
बीजेपी नेता अक्सर अपनी रैलियों से परिवारवाद के मुद्दे को उठाकर विरोधियों पर निशाना साधते हुए देखे जाते हैं. यह आरोप पार्टी के भीतर ही न लगे, इसलिए बीजेपी की नीति एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट देने की है. पार्टी की इस नीति के चलते और दूसरी लिस्ट के कारण कुछ नेताओं को उनके बेटों को उम्मीदवार न बनाए जाने पर संतोष करना पड़ेगा. जैसे कि दिमनी सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे को टिकट मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन बेटे की जगह उनके पिता यानी नरेंद्र सिंह तोमर को ही पार्टी ने बतौर उम्मीदवार उतार दिया.
माना जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटेगा क्यों कि पार्टी ने पिता को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि, वर्तमान में आकाश विजयवर्गीय इंदौर-3 से विधायक है, जबकि कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से टिकट दिया गया है.
केद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई का टिकट कट सकता है. एमपी की नरसिंहपुर से वर्तमान में प्रहलाद पटेल के भाई जालम सिंह पटेल विधायक हैं. अब पार्टी ने इस सीट से प्रहलाद पटेल को उतार दिया है.
सिंधिया समर्थकों के कितने टिकट कटे?
बीजेपी की दूसरी सूची में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों का खयाल रखा गया है. उनके साथ कांग्रेस से बीजेपी में आए पांच नेताओं- रघुराज कंसाना, इमरती देवी, हीरेंद्र सिंह बंटी, श्रीकांत चतुर्वेदी और मोहन राठौर को टिकट दिया गया है. बीजेपी में सिंधिया के दबदबे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2020 के चुनाव में हारने वाले रघुराज कंसाना और इमरती देवी को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी की दूसरी लिस्ट आने पर कांग्रेस ने कसा तंज
कुछ दिग्गज चेहरों के नामों के साथ वाली बीजेपी की दूसरी लिस्ट जारी होने पर कांग्रेस नेताओं ने तंज कसा. पूर्व मुख्यमंत्री और एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार (26 सितंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ''दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे. भाजपा ने मप्र में अपने सांसदों को विधानसभा की टिकट देकर साबित कर दिया है कि भाजपा न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में. इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए.''
कमलनाथ ने आगे लिखा, ''अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा को जब आज ये दिन देखने पड़ रहे हैं कि उसको लड़वाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं, तो फिर वोट देने वाले कहां से मिलेंगे. भाजपा आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है. अबकी बार भाजपा अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी. कांग्रेस भाजपा से दोगुनी सीट जीतने जा रही है. भाजपा की डबल इंजन की सरकार डबल हार की ओर बढ़ रही है.''
पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया के साथ बातचीत में बीजेपी की दूसरी लिस्ट को लेकर कहा, ''ये भाजपा में घबराहट की निशानी है. अब देखते हैं कि कौन किसको निपटाता है.'' इसी के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पीएम पद की गरिमा को गिराने का आरोप लगाया है. दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि इस बार बिकाऊ माल को टिकट नहीं मिलेगा, टिकाऊ माल को मिलेगा.''
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया पलटवार
उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट को लेकर बीजेपी को निशाना बनाए जाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर पलटवार किया. सीएम शिवराज ने दावा किया कि बीजेपी के सारे दिग्गज चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस चुनाव के समय हार के डर से बौखला गई है.'' उन्होंने कहा कि जनता का आशीर्वाद बीजेपी की विकासवादी नीतियों के साथ है. उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट को लेकर सीएम ने कहा कि कि इससे पार्टी की बड़ी जीत तय हो गई है.
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