MP: कमलनाथ बोले- मैं न 'टाइगर' हूं और न 'मामा', जनता तय करेगी कौन कैट है और कौन रैट
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की जनता सब समझती है कौन टाइगर है, कौन हाथी है, कौन बिल्ली है, और कौन चूहा है.
धार: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की जनता तय करेगी कौन बिल्ली है और कौन चूहा.
उन्होंने धार के बदनावर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ''मैं न तो महाराज हूं, न टाइगर हूं, न मैं मामा हूं. मैंने चाय भी नहीं बेची है. मैं कमलानाथ हूं. कौन टाइगर है और कौन नहीं. मध्य प्रदेश की जनता तय करेगी कौन बिल्ली है और कौन चूहा.''
कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता सब समझती है कौन टाइगर है, कौन हाथी है, कौन बिल्ली है, और कौन चूहा है.
दरअसल पिछले दिनों बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को चुनौती पेश करते हुए कहा था कि 'टाइगर अभी जिंदा है'.
कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने (कमलनाथ) अपने कार्यकाल में मध्य प्रदेश को बर्बाद कर दिया. उन्होंने जो कुछ भी किया उसका परिणाम आज राज्य भुगत रहा है. हम इस मुद्दे को लोगों के पास रखेंगे.
मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में 24 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसके लिए कमलानाथ ने प्रचार अभियान की शुरुआत की है.
कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बीजेपी क़र्ज़माफ़ी को लेकर झूठ परोसकर भ्रम फैलाने का कार्य कर रही है. जो बीजेपीई आज क़र्ज़माफ़ी का विरोध कर रहे हैं, हमने उनके कई परिजनों का व उनके रिश्तेदारों का भी क़र्ज़ माफ़ किया है, इसका हमने समय- समय पर प्रमाण भी दिया है.''
उन्होंने कहा कि हम कर्ज माफी का तीसरा चरण जून से शुरू करने जा रहे थे कि एक महाराज रूपी नेता ने जनमत का सौदा बीजेपी से कर दिया और हमारी लोकप्रिय सरकार को गिरा दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी क़र्ज़माफ़ी की इस योजना को बीजेपी सरकार को हर हाल में पूरा करना होगा. जब तक किसानों की कर्जमाफी नहीं होगी, हम चुप नहीं बैठेंगे.’’
मालूम हो कि बदनावर में उपचुनाव होने हैं क्योंकि यहां से कांग्रेस के पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तिगांव मार्च में इस्तीफा देने वाले 22 बागी विधायकों में शामिल थे. उसके बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिर गयी.
शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने जुलाई में मंत्रिपरिषद के विस्तार में दत्तीगांव को कैबिनेट मंत्री बनाया है. फिलहाल दत्तीगांव गैर विधायक के तौर पर मंत्री हैं.