भोपाल: चुनाव आयोग द्वारा पूर्व सीएम कमलनाथ को कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के फैसले के विरोध में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. बता दें कि आपत्तिजनक बयान देने के कारण निर्वाचन आयोग ने उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया था. मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर अगले हफ्ते चुनाव होने हैं.
कमलनाथ ने शनिवार को निर्वाचन आयोग के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्टार प्रचारक कोई पोस्ट या पोजिशन नहीं है. इससे पूर्व दिग्विजय सिंह ने भी निर्वाचन आयोग के इस फैसले की आलोचना की थी. दिग्विजय सिंह ने कहा कि स्टार प्रचारक पार्टी का मुद्दा है. यह चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र से बाहर है. चुनाव आयोग ने अपनी गाइडलाइंस का उल्लंघन किया है.
आयोग ने मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन को लेकर कांग्रेस नेता कमलनाथ का ‘स्टार प्रचारक’ का दर्जा शुक्रवार को रद्द कर दिया था. वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आयोग के फैसले को विभिन्न आधारों पर चुनौती दी है और याचिका पर तत्काल सुनवाई कराये जाने का आग्रह किया जाएगा.
दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग के फैसले पर जताई आपत्ति
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग के इस फैसले को उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया. उन्होंने कहा कि स्टार प्रचारक कौन होगा यह तय करना राजनीतिक दलों का काम है न कि निर्वाचन आयोग का. बता दें कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को ‘नैतिक और गरिमामय व्यवहार’ के कथित उल्लंघन पर संज्ञान लिया था और कांग्रेस नेता का ‘‘स्टार प्रचारक’’ का दर्जा रद्द कर दिया था.