Madhya Pardesh Government Crisis: मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. वहीं कांग्रेस का दावा है कि विधानसभा में बहुमत साबित करेगी, जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उन्हें धोखे में रखा गया है.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ ने कहा है कि मुझे पूरी उम्मीद है कि मध्य प्रदेश की सरकार सुरक्षित रहेगी. विधायकों को धोखे से बेंगलुरू ले जाया गया है और विधायकों का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है.


नकुलनाथ ने कहा, ''विधानसभा स्पीकर ने विधायकों से कहा है कि जिन्हें इस्तीफा देना है वह पर्सनली आकर विधानसभा में इस्तीफा दें. आपने कल तमाशा देखा होगा कि हमारे विधायकों का इस्तीफा लेकर बीजेपी के नेता स्पीकर के पास पहुंचे थे. ये तो ऐसी बात हो गई कि पीएम मोदी और अमित शाह इस्तीफा दें और अधीर रंजन चौधरी उनका इस्तीफा लेकर लोकसभा अध्यक्ष के पास जाएं. ये तो मजाक है. पिक्चर अभी बाकी है.''


विधानसभा का गणित
-कुल सीटें -230
-खाली- दो सीटें
- 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किये जाते हैं तो सदस्यों की प्रभावी संख्या 206 होगी
- 22 के जाने के बाद कांग्रेस के पास सिर्फ 92 विधायक रह जाएंगे
- बीजेपी के 107 विधायक हैं
- बहुमत के लिये जादुई आंकड़ा सिर्फ 104 का रह जाएगा


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. अब सिंधिया बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. ऐसी अटकलें है कि बीजेपी सिंधिया को राज्यसभा भेजेगी और कैबिनेट मंत्री बनाएगी.


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