नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ओछी राजनीति करने के आरोप लगाए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल को नसीहत देते हुए कहा है कि ये वक्त संकट से मिलकर निपटने का है राजनीति करने का नहीं है.
शिवराज ने कहा, ''आज प्रधानमंत्री के साथ 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हाई लेवल इंटरनल बैठक थी, जिसमें कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राज्यों से सुझाव लिए जाने थे और रणनीति तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण चर्चा होनी थी. इस हाई लेवल इंटरनल बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ओछी राजनीति करते हुए बैठक का लाइव टेलीकास्ट कर दिया और सुझाव देने के स्थान पर केंद्र सहित अन्य राज्यों पर आरोप लगाने शुरू कर दिए, जो बेहद अनुचित है और प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. यह बेहद निंदनीय कृत्य है.''
मध्य प्रदेश के सीएम ने कहा कि ''केजरीवाल जी आपके इस कृत्य से आप की असंवेदनशीलता उजागर होती है, आप राष्ट्रीय मुद्दों के प्रति कितने गंभीर हैं, आपके इस आचरण से पता चलता है. आप स्वयं एक संवैधानिक पद पर हैं, आपने अपने पद की गरिमा को भी धूमिल किया है. इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए, कुछ मुख्यमंत्रियों ने राजनैतिक मत भिन्नता होते हुए भी अपनी बात शालीनता के साथ रखी, अपने सुझाव दिये और अपने राज्यों के अभिनव प्रयोग भी साझा किये.''
मैं भी 14 साल से मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं- शिवराज
शिवराज ने आगे कहा कि ''मैं भी 14 साल से मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं, मैं प्रधानमंत्री के साथ अनेक बैठकों में शामिल हुआ हूं, लेकिन कभी ऐसा गैर-जिम्मेदाराना कृत्य नहीं किया. सदैव प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान किया. मैं तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ भी बैठक में शामिल हुआ, वैचारिक मतभेद होने के बाद भी सदैव उनका सम्मान किया, प्रधानमंत्री के पद की गरिमा का हमेशा ख्याल रखा.''
उन्होंने कहा कि ''केजरीवाल जी यह संकट का समय है, यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता का परिचय देने का समय है. धैर्य और गंभीरता के साथ अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए कोरोना की विषम परिस्थितियों से निपटना है. मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम सब मिलकर कोरोना को जरूर हरायेंगे.''
बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर सुर्ख़ियां बटोरने और राजनीति करने के आरोप तभी से लग रहे हैं जब उन्होंने प्रोटोकाल का उल्लंघन कर प्रधानमंत्री के साथ बैठक का सीधा प्रसारण कर दिया.